सिंगापुर: यमन के हूतियों ने अदन की खाड़ी और लाल सागर में लगातार हमले करना जारी रखा है। इस बार हूती विद्रोहियों ने कथित रूप से सिंगापुर के ध्वज वाले एक जहाज को निशाना बनाया है, जिसमें वह क्षतिग्रस्त हो गया। सिंगापुर के समुद्री और बंदरगाह प्राधिकरण (एमपीए) ने शुक्रवार को एक बयान में यह जानकारी दी। एमपीए ने बताया कि उसे सूचना मिली कि अदन की खाड़ी से गुजरने के दौरान कंटेनर जहाज ‘लोबिविया’ पर हमला हुआ जिससे इसमें आग लग गई। इसने कहा कि हालांकि चालक दल ने आग को बुझा दिया।
हूतियों ने बैलिस्टिक मिसाइल से हमले की बात स्वीकारी
हूती विद्रोहियों के सैन्य प्रवक्ता प्रवक्ता ने टेलीविजन पर कहा कि समूह ने लोबिविया पर बैलिस्टिक मिसाइल और ड्रोन से हमला किया। ब्रिटेन के समुद्री व्यापार परिचालन निकाय ने बताया कि जहाज पर यमन के बंदरगाह शहर अदन से लगभग 83 समुद्री मील दक्षिण-पूर्व में दो मिसाइलों से दो बार हमला किया गया। चैनल न्यूज एशिया ने ब्रिटिश सुरक्षा फर्म एम्ब्रे के हवाले से कहा, ‘‘जहाज अदन की खाड़ी से गुजरते हुए उत्तर-पूर्व की ओर बढ़ रहा था कि तभी पास में स्थित एक व्यापारिक पोत ने लोबिविया की मौजूदगी वाले क्षेत्र में ‘रोशनी और विस्फोट’ देखा।’’ एम्ब्रे ने कहा कि जहाज ने तुरंत बचाव की मुद्रा अपनाई और लगभग एक घंटे बाद अपनी स्वचालित पहचान प्रणाली को बंद कर दिया।
नवंबर 2023 से लगातार हमले कर रहे हूतिये
यमन के हूती विद्रोहियों ने गत नवंबर से लाल सागर और अदन की खाड़ी से गुजरने वाले पोतों पर ड्रोन और मिसाइल हमलों की झड़ी लगा रखी है। उनका कहना है कि ये हमले गाजा में इजराइल के युद्ध से प्रभावित फलिस्तीनियों के प्रति समर्थन जताने के लिए किए जा रहे हैं। इन हमलों में अब तक दो जहाज डूब चुके हैं और एक अन्य को जब्त किए जाने के साथ ही तीन नाविक मारे गए हैं। हमलों की वजह से स्वेज नहर से होने वाला वैश्विक व्यापार गंभीर रूप से बाधित हुआ है।
मंगलवार को, लाइबेरिया के ध्वज वाले तेल टैंकर चियोस लायन को लाल सागर में हुए हमले के बाद नुकसान का आकलन करने और संभावित तेल रिसाव की जांच करने के लिए वापस लौटने को मजबूर होना पड़ा। ब्रिटेन और अमेरिका फरवरी से जवाबी हमले करते रहे हैं। इनमें कई ड्रोन को मार गिराया गया है तथा यमन में हमले के लिए इस्तेमाल की जाने वाली जगहों पर बमबारी की गई है।