कानपुर पुलिस की रिमांड में प्रेस क्लब के पूर्व अध्यक्ष अवनीश दीक्षित ने कई बड़े खुलासे किए हैं. उसने कई ऐसे लोगों के नाम लिए हैं, जिन्होंने समय समय पर अवनीश दीक्षित की मदद की और इसका नाजायज लाभ भी लिया. पुलिस की पूछताछ में अवनीश ने बताया कि उसे महज 20 हजार रुपये वेतन मिलता था, हालांकि वह यह नहीं बता पाया कि इतनी कम तनख्वाह में उसने 20 करोड़ से भी अधिक की संपत्ति कैसे बनाई.
इस संपत्ति में उसका 5 करोड़ का बंगला भी शामिल है. इस पूछताछ के दौरान पुलिस ने अवनीश दीक्षित का उसकी मां से भी आमना सामना कराया. मां को सामने देखकर अवनीश भावुक हो गया. इस दौरान उसकी मां ने कहा कि वह पहले ही उसे मना कर रही थी. हवा में नहीं उड़ने के लिए अगाह किया था, लेकिन वह नहीं माना. अवनीश दीक्षित फिलहाल कानपुर पुलिस के कस्टडी रिमांड पर है. पुलिस टीम बुधवार को उसे लेकर औरैया स्थित उसके पैत्रिक घर पहुंची थी.
बोला: रिश्तेदारों की मदद से बनाई संपत्ति
पुलिस को उम्मीद थी कि यहां डीवीआर और मोबाइल बरामद हो जाएंगे. हालांकि पुलिस को खाली हाथ लौटना पड़ा. कानपुर के डीसीपी ईस्ट के मुताबिक अवनीश की लग्जरी गाड़ियों के अलावा 5 करोड़ का बंगला समेत कई संपत्तियों का ब्यौरा मिला है. इन संपत्तियों की कीमत 20 करोड़ से भी अधिक है. उन्होंने बताया कि अवनीश से इन संपत्तियों के बारे में पूछताछ की गई. उससे पूछा गया है कि महज 20 हजार रुपये की नौकरी में उसने इतनी संपत्ति कैसे बनाई. इसके जवाब में आरोपी ने बताया कि उसके रिश्तेदारों ने सहयोग किया था.
अवनीश का दोस्त अभिनव भी फरार
इसी क्रम में पुलिस ने अवनीश के पार्टनर अभिनव शुक्ला के घर में भी छापेमारी की. इस दौरान उसके शूटरगंज स्थित फ्लैट में उसकी मां मिली. उसने बताया कि वह पांच दिन से घर नहीं आया. आशंका है कि अभिनव चेन्नई स्थित अपनी ससुराल चला गया है. डीसीपी ईस्ट श्रवण कुमार सिंह के मुताबिक उसके खिलाफ कुर्की होगी. इसके लिए पहले ही 82 का नोटिस जारी कर दिया गया है. इसके साथ इनाम की राशि भी 25 हजार से बढ़ा कर 50 हजार रुपए कर दिया गया है.
एक और एफआईआर दर्ज
पत्रकारिता की आड़ में भूमाफिया बने अवनीश दीक्षित के खिलाफ कानपुर पुलिस ने एक साध्वी की शिकायत पर एक और मुकदमा दर्ज किया है. यह मामला भी जमीन कब्जाने का है. इस प्रकार आरोपी अवनीश पर अब तक नौ मुकदमे दर्ज हो गए हैं. मामले की जांच के दौरान पता चला कि आरोपी अवनीश एवं उसके साथी पहले अखबार में खबर छापते थे और फिर संबंधित पर दबाव बनाकर वसूली करते थे. अवनीश ने पुलिस की पूछताछ में बताया कि इस तरह से वसूली करने वाले कुल 12 लोग हैं.