देश में लगातार भारी बारिश के चलते कई जगहों पर बाढ़ जैसे हालात बने हुए हैं। राजस्थान में दो दिन के अंदर 22 लोगों की मौत हो चुकी है। यहां मंगलवार (13 अगस्त) को भी भारी बारिश होने की संभावना है। मौसम विभाग ने राजस्थान और मध्य प्रदेश के दो जिलों के लिए रेड अलर्ट जारी किया है। देश के अन्य हिस्सों में भी सामान्य बारिश का अनुमान लगाया गया है, लेकिन अतिवृष्टि की आशंका नहीं है। दिल्ली में भी हल्की बारिश के आसार हैं।
ऑरेंज अलर्ट- केरल, अरुणाचल प्रदेश, तमिलनाडु, मध्य प्रदेश, उत्तराखंड, असम, मेघालय
रेड अलर्ट- राजस्थान
दिल्ली में छिटपुट बारिश
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में सोमवार को छिटपुट बारिश हुई, जिसके कारण तापमान में गिरावट आई और शहर के कुछ हिस्सों में जलभराव के चलते यातायात प्रभावित हुआ। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के अनुसार सफदरजंग वेधशाला ने सोमवार को पूर्वाह्न 11:30 बजे से शाम साढ़े पांच बजे तक 12.9 मिलीमीटर बारिश दर्ज की। लोधी रोड पर 13.6 मिलीमीटर, पालम पर 10.5 मिलीमीटर और नजफगढ़ में 30 मिमी बारिश हुई। इस बीच केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अनुसार राष्ट्रीय राजधानी का वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) शाम चार बजे 56 के साथ संतोषजनक श्रेणी में दर्ज किया गया। आईएमडी ने मंगलवार को बादल छाए रहने और हल्की बारिश होने का पूर्वानुमान जताया है।
राजस्थान में 22 मौतें
राजस्थान में लगातार हो रही मूसलाधार बारिश के कारण सोमवार को आठ और लोगों की मौत के साथ पिछले दो दिनों में वर्षा जनित हादसों में जान गंवाने वालों की संख्या बढ़कर 22 हो गई है। जयपुर मौसम केंद्र के अनुसार आगामी 4-5 दिनों तक राज्य के पूर्वी हिस्से (जयपुर, भरतपुर, कोटा, अजमेर) में भारी बारिश का दौर जारी रहने का अनुमान है। पिछले दो दिनों में भारी बारिश ने करौली और हिंडौन में बाढ़ जैसी स्थिति पैदा कर दी है, जहां निचले इलाकों में जलभराव हो गया है। बांधों और नदियों के उफान पर होने से सामान्य जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है।
करौली में बाढ़ जैसे हालात
आपदा प्रबंधन विभाग के संयुक्त सचिव भगवत सिंह ने बताया कि करौली और हिंडौन कस्बे में बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं और राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) और राज्य आपदा मोचन बल (एसडीआरएफ) की टीम ने करीब 100 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया है। एक जून से 12 अगस्त तक राजस्थान में सामान्य से 40 प्रतिशत अधिक बारिश दर्ज की गई है। राज्य में इसी अवधि के दौरान दर्ज की गई सामान्य वर्षा 283.9 मिमी है, जो इस वर्ष 397.8 मिमी रही है। मौसम विभाग के आंकड़ों के अनुसार पश्चिमी राजस्थान में सामान्य से 56 प्रतिशत अधिक वर्षा दर्ज की गई है, जबकि पूर्वी राजस्थान में 31 प्रतिशत अधिक वर्षा दर्ज की गई है। डूंगरपुर और बांसवाड़ा को छोड़कर लगभग सभी जिलों में सामान्य से अधिक वर्षा दर्ज की गई है।