उत्तराखंड के अलग-अलग जिलों में हो रही बारिश के कारण भूस्खलन की घटनाएं हो रही है. भूस्खलन के कारण लोगों की परेशानी बढ़ गई है. वहीं चंपावत जिले के चैतलकोट के पास हुए भूस्खलन की तस्वीरों ने सभी के रोंगटे खड़े कर दिए. जिस समय भूस्खलन हुआ, कुछ लोग ट्रैकिंग कर रहे थे. वहीं भूस्खलन की घटना में पिथौरागढ़ के रहने वाले डीएम कार्यालय में तैनात बाबू चंद्र मोहन पांडे की मौत हो गई.
उत्तराखंड में मौसम विभाग की चेतावनी के बाद लगातार हो रही बारिश के चलते लगातार भूस्खलन की घटनाएं हो रही हैं. वहीं बारिश बंद होने के बाद भूस्खलन की घटनाएं और ज्यादा बढ़ गई हैं. कई इलाकों से भूस्खलन की हैरान करने वाली तस्वीर सामने आ रही हैं.
लैंडस्लाइड की चपेट में आने से शख्स की मौत
चंपावत जनपद के टनकपुर-तवाघाट राष्ट्रीय राजमार्ग पर स्थित चैतलकोट के पास हुए भूस्खलन की तस्वीरों ने सभी के रोंगटे खड़े कर दिए हैं. जिस दौरान यह भूस्खलन हुआ उस दौरान कुछ लोग ट्रैकिंग करते हुए उसी जगह से गुजर रहे थे. दूसरी जगह जा रहे लोग भूस्खलन की चपेट में आ गए. जिसमें एक की मौत हो गई है. जानकारी के मुताबिक जिस वक्त भूस्खलन हुआ, पिथौरागढ़ के रहने वाले डीएम कार्यालय में तैनात बाबू चंद्र मोहन पांडे अपने साथियों के साथ ट्रैक करते हुए आ रहे थे. लैंडस्लाइड की चपेट में आने से उनकी मौत हो गई.
बचाव और राहत कार्य जारी
भूस्खलन के बाद मलवा ज्यादा आने के कारण अभी तक डेथ बॉडी का रेस्क्यू नहीं हो पाया है. मौके पर राहत और बचाव टीम लोगों का रेस्क्यू कर रही है. घटना के बाद लोगों को पहाड़ी इलाकों में ट्रैकिंग करने और आने जाने से मना किया गया है. लोगों से अपील की गई है कि अभी पहाड़ों पर न जाएं.
फिलहाल मौसम विभाग की चेतावनी के चलते प्रशासन और आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की ओर से लगातार लोगों से पहाड़ों की ओर न आने की अपील की जा रही है. इसके साथ ही कई राष्ट्रीय राजमार्ग भूस्खलन की वजह से बंद हो गए हैं