देहरादून: उत्तराखंड में कुदरत कहर बरपा रही है। सूबे में तीन जगहों पर बादल फटा है। टिहरी के घनसाली में बादल फटने से एक ही परिवार के 2 लोगों की मौत हो गई जबकि एक शख्स घायल है। केदारघाटी में भीमबली के बाद बादल फटने के बाद आए सैलाब से करीब 30 मीटर रास्ता टूट गया है। वहीं मंदाकिनी नदी उफान पर है, जिसका असर गौरीकुंड के पास गर्मकुंड पर भी पड़ा है। सोनप्रयाग में नदी के किनारे रह रहे लोगों को हटा लिया गया है।
भीम बली में केदारनाथ जानेवाला रास्ता टूटा
केदारनाथ धाम की तरफ जाने वाले पैदल रास्ते पर भीम बली में बादल फटने के बाद मूसलाधार बारिश हुई। रास्ते में भारी बोल्डर और मलबा आने से पैदल रास्ते का करीब 30 मीटर हिस्सा टूट गया है जिसके चलते आवाजाही बंद हो गई है। रास्ता बंद होने से भीमबली में करीब 150 से 200 तीर्थयात्री फंस गए। इन यात्रियों को सुरक्षित जगहों तक पहुंचाया गया। पानी इतना ज्यादा है कि आधी रात को सोनप्रयाग कस्बे में नदी के किनारे से लोगों को हटाया गया। मंदाकिनी नदी का जल स्तर खतरे के निशान के पास पहुंच गया है।
घनसाली में बादल फटा, दो की मौत
टिहरी जिले के घनसाली के जखनयाली गांव में बादल फटने से एक ही परिवार के दो सदस्यों की मृत्यु हो गयी जबकि एक अन्य घायल हो गया । टिहरी के जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी बृजेश भटट ने बताया कि मलबे से भानु प्रसाद (50) और उनकी पत्नी नीलम देवी (45) के शव बरामद हो गए हैं जबकि उनके पुत्र विपिन (28) को घायल अवस्था में बाहर निकाला गया ।
हल्द्वानी में कालाढूंगी के मेथीशाह नाले में पानी के तेज बहाव में एक कार बह गई। बारिश इतनी ज्यादा है कि नदी नाले ऊफान पर हैं। स्थानीय प्रशासन ने लोगों से ज़रूरी ना होने पर यात्रा ना करने की सलाह दी है। अभी हालात और खराब हो सकते हैं।
हरिद्वार में मकान की छत गिरी, दो बच्चों की मौत
हरिद्वार स्थित थाना बहादराबाद क्षेत्र में भोरी डेरा में एक मकान की छत गिरने से दो बच्चों की मौत और नौ लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। घायलों का इलाज स्थानीय अस्पताल में चल रहा है। घायलों का हाल-चाल जानने के लिए हरिद्वार के जिला अधिकारी और एसएसपी मौके पर पहुंचे। डीएम और एसएसपी ने मौके पर पहुंचकर लोगों से वार्ता की और तुरंत हादसे में बचे हुए लोगों को अन्य स्थान पर शिफ्ट करने के आदेश दिए। यही नहीं मौके पर पहुंचे जिलाधिकारी और एसएसपी ने पूरे मामले में और शासनादेश के अनुसार मृतकों को और घायलों को मुआवजा देने का आश्वासन दिया है।
राज्य में भारी बारिश को लेकर हालात की निगरानी मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी स्वयं कर रहे हैं। उन्होंने अधिकारियों को अलर्ट पर रहने को कहा है। धामी ने मौसम विभाग के भारी बारिश के अलर्ट को देखते हुए लोगों से अपील की है कि वे आवश्यक कार्य होने पर ही घरों से निकलें । उन्होंने कहा कि प्रदेशवासी और राज्य में आने वाले यात्रियों की सुरक्षा उनकी सर्वोच्च प्राथमिकता है । उधर, गढ़वाल आयुक्त विनय शंकर पांडे ने चारधाम यात्रियों की सुरक्षा के मद्देनजर जिलाधिकारियों को बृहस्पतिवार को यात्रा के संबंध में अपने स्तर पर निर्णय लेने को कहा है । इसके अलावा, हरिद्वार और ऋषिकेश में स्थित चारधाम यात्रा पंजीकरण केंद्र में पंजीकरण की प्रक्रिया बृहस्पतिवार को बंद रहेगी । भारी बारिश के अलर्ट को देखते हुए देहरादून और नैनीताल जिलों में पहली से 12वीं कक्षा तक के स्कूलों को बंद रखने के आदेश दिए गए हैं । जिलाधिकारियों ने इस संबंध में आदेश जारी कर दिए हैं । उधर, राज्य के विभिन्न स्थानों पर बारिश जारी रही ।
देश पहाड़ी इलाकों में भारी बारिश के कारण कई जगहों पर भूस्खलन की घटना हुई है। इससे कई रास्ते बंद हो चुके हैं। रुड़की में एक घर की छत गिरने से दो बच्चों की मौत हो गई और नौ लोग गंभीर रूप से घायल हुए हैं। ऐसे में उत्तराखंड आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने हेल्पलाइन नंबर जारी करते हुए कहा है कि पहाड़ों में अत्यधिक बरसात हो रही है कृपया सावधान और सतर्क रहें और आपस में एक दूसरे के संपर्क में रहें! किसी भी दैवीय आपदा/घटना/दुर्घटना/मार्ग अवरुद्ध/क्षति की सूचना इन सम्पर्क नंबरों पर देने का कष्ट करें।