उत्तर प्रदेश के गाजीपुर जनपद में एक युवक को दुर्घटना की जानकारी पुलिस को देना भारी पड़ गया. सड़क दुर्घटना में घायल शख्स के बार में युवक ने पुलिस को जानकारी दी. वहीं मौके पर पहुंचकर पुलिस और एंबुलेंस से मदद के लिए आई मेडिकल टीम घायल शख्स को इलाज के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र से गई. वहां डॉक्टरों ने घायल को जिला अस्पताल रेफर कर दिया. जिस युवक ने पुलिस को घटना के बारे में जानकारी दी थी वो उसे भी जिला अस्पताल ले जाना चाहते थे लेकिन वो जाने को तैयार नहीं था. जिला अस्पताल जाने से मना करने पर उसके साथ पुलिस के जवान और एंबुलेंस ड्राइवर ने मारपीट की. मारपीट और गाली गलौज करने का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है.
गाजीपुर के मनिहारी इलाके में एक सड़क दुर्घटना हो जाने पर पास में ही खड़ा एक युवक अमरजीत चौहान ने 112 और 108 को कॉल कर दुर्घटना की जानकारी दी. इसके बाद 112 पीआरडी और 108 एंबुलेंस मौके पर पहुंची और घायल को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले गई. वहां से डॉक्टर ने घायल को जिला अस्पताल के लिए रेफर कर दिया. इस दौरान एंबुलेंस और पीआरबी के लोगों ने सूचना देने वाले युवक को भी अपने साथ जिला अस्पताल लेकर जाना चाह रहे थे. लेकिन वह युवक काफी डरा और सहमा और उसने जिला अस्पताल जाने से इनकार कर दिया. मना करने पर 108 एंबुलेंस के इमरजेंसी मेडिकल टेक्नीशियन ने उसे गाली दी. वहीं 112 पीआरबी के जवानों ने युवक को थप्पड़ मार कर उसे धक्का देते हुए भगा दिया.
एक्सीडेंट की सूचना दी तो युवक को जड़ा थप्पड़
एक्सीडेंट की सूचना देने वाले युवक को एंबुलेंस के इमरजेंसी मेडिकल टेक्नीशियन और पीआरडी के जवान के द्वारा की गई बदसलूकी और गाली देने का वीडियो वायरल हो रहा है. बताया जा रहा है कि यह वीडियो 9 सितंबर का है. पुलिस ने बताया कि बिरनो थाना क्षेत्र के तियरा गांव निवासी सोनू चौहान पुत्र मारकंडे चौहान का मनिहारी पावर हाउस के समीप मोटरसाइकिल से गिरकर घायल हो गया था. जिसकी सूचना युवक अमरजीत चौहान ने 108 नंबर और 112 नंबर दी थी. घटना स्थल पर पहुंची पुलिस और एंबुलेंस टीम ने घायल को इलाज के लिए सीएचसी मनिहारी पहुंचाया. घायल का प्राथमिक इलाज कर डॉक्टर ने जिला अस्पताल के लिए रेफर कर दिया. इसके बाद घायल युवक के साथ जिला अस्पताल जाने के लिए सूचना देने वाले शख्स पर पुलिस और एंबुलेंस में मौजूद मेडिकल स्टाप के लोगों ने दबाव बनाने की कोशिश की.
पीड़ित युवक ने क्या कहा?
इस घटना के बाद पीड़ित अमरजीत ने बताया कि हमारी कोई गलती नहीं थी मैंने सिर्फ सूचना दे दी थी. वहीं वीडियो वायरल होने के बाद लोग एंबुलेंस के ईएमटी और पीआरबी जवान को गलत ठहरा रहे हैं. लोगों का कहना है कि सरकार के द्वारा यह बहुत ही अच्छी पहल की गई थी लेकिन ऐसे कर्मचारी सरकार की मानसिकता और जनता का विश्वास भी तोड़ रहे हैं. लोग अब एक्सीडेंट की भी सूचना या किसी भी घटना की सूचना नहीं देंगे. पूरे मामले पर पुलिस अधीक्षक डॉ. राजा ने कहा कि घटना के संज्ञान में आने के बाद जांच की जा रही है. जांच के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी.