उत्तर प्रदेश के बदायूं से एक युवक के अपने बीमार भाई की हत्या करने का मामला सामने आया है, जहां पहले उसने भाई का बीमा कराया और इसके बाद उसे एक वकील और डाककर्मी के साथ मिलकर मार डाला. युवक का भाई बीमार था. इसी बात का फायदा आरोपी भाई उठाना चाहता था. पहले उसने भाई का बीमा कराया और फिर बीमा का पैसा हड़पने के लिए भाई की हत्या कर दी. शुक्रवार को पुलिस ने इस मामले का खुलासा किया.
दरअसल, बदायूं के इस्लामनगर के थाना बमनपुरी के रहने वाले नवीन ने अपने भाई की हत्या कर दी. इस मामले को लेकर एसपी ने बताया कि नवीन ने गोल्ड लोन लिया हुआ था, जिस वजह से वह कर्ज में डूबा हुआ था और उसका भाई लकवाग्रस्त था, जिस वजह से वह बीमार रहता था. ऐसे में इस्लामनगर के ही रहने वाले एक वकील अखिलेश ने नवीन को सलाह दी कि वह अपने भाई की हत्या कर दे, जिसके बाद वह उसे क्लेम का पैसा दिला देगा.
95 लाख की पॉलिसियां करा दी
अखिलेश ने नवीन से कहा कि अपने भाई की हत्या ऐसे करने कि ये एक हादसा लगे और इससे पहले भाई का बीमा करा ले. फिर नवीन ने अखिलेश की बात मानकर पहले अपने भाई संजय की टाटा एआईजी, SBI जनरल, ICICI लोम्बार्ड समेत टोटल 95 लाख की पॉलिसियां कराईं. सभी पॉलिसी का नॉमिनी नवीन खुद बना. ये पॉलिसी 15 नवंबर 2023 और 21 मई 2024 को कराई गई थीं.
इसके बाद 20 जून 2024 को वह संजय को इलाज के बहाने इस्लामनगर-बहजोई रोड पर ले गया. वह संजय को ई-रिक्शा से लेकर गया था. फिर उसने मऊ गांव के पास जैसे ही सुनसान सड़क देखी, सजंय को धक्का दे दिया. नवीन ने ई-रिक्शा चालक को वहां से भगा दिया था. इसके बाद उसने संजय का सिर पटक-पटककर उसकी हत्या कर दी. फिर नवीन एंबुलेंस से भाई को अस्पताल लेकर पहुंचा, जहां डॉक्टरों ने संजय को मृत घोषित कर दिया. इस मामले में नवीन ने रिपोर्ट भी दर्ज कराई थी.
पूछताछ में जुर्म किया कबूल
भाई की हत्या करने के बाद नवीन ने बीमा का पैसा लेने के लिए अप्लाई किया, लेकिन टाटा एआईजी के जांचकर्ता को शक हुआ. उन्होंने पुलिस में मामला दर्ज कराया. पुलिस ने मामले की जांच शुरू की तो पता चला कि मृतक संजय का पत्नी से तलाक हो गया है और वह अपने भाई नवीन के साथ रहता था. जब नवीन से सख्ती से पूछताछ की गई तो उसने अपना गुनाह कबूल कर लिया और बताया कि वह अपने भाई की बीमारी से और कर्ज से परेशान था. ऐसे में उसने दोस्त अखिलेश के कहने पर हत्या की वारदात को अंजाम दिया.