वंदे भारत ट्रेन पर हो रही पत्थरबाजी की घटना रुकने का नाम नहीं ले रही है। हालिया घटना कानपुर में देखने को मिली है। दरअसल दिल्ली से वाराणसी जा रही वंदे भारत ट्रेन पर इस बार पथराव किया गया है। पथराव की इस घटना में वंदे भारत ट्रेन के कोच के शीशे टूट गए। दरअसल वाराणसी से दिल्ली जा रही ट्रेन संख्या 22435 वंदे भारत एक्सप्रेस के एसी चेयरकार कोच में कानपुर के पनकी स्टेशन के पास पथराव हुआ। इस घटना में वंदे भारत ट्रेन के कोच का एक शीशा टूट गया। पत्थरबाजी की इस घटना के बाद कोच के यात्रियों में हड़कंप मच गया। वंदे भारत ट्रेन के ड्राइवर के द्वारा इस घटना की सूचना कंट्रोल रूप को दे दी गई। इसके बाद आरपीएफ पनकी ने अज्ञात पत्थरबाजों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है और मामले की जांच कर रही है।
वंदेभारत ट्रेन पर फिर से पथराव
जीआरपी, आरपीएफ की संयुक्त टीमों ने पनकी से भाऊपुर तक पेट्रोलिंग के साथ गश्त की है। रेलवे की तरफ से मिली जानकारी के मुताबिक, दिल्ली से वाराणसी के लिए चल रही 20 कोच वाली वंदे भारत ट्रेन पर पथराव किया गया है। बुधवार के दिन वंदेभारत तय समय से कानपुर सेंट्रल से थोड़ी देर से रवाना हुई। ट्रेन शाम के 7.05 बजे जैसे ही पनकी स्टेशन के आउटर सिग्नल में प्रवेश कर रही थी। उसी दौरान सी-7 कोच पर पत्थरबाजी हुई। एक पत्थर सी-7 कोच के शीशे में लगा तो शीशा टूट गया। इससे कोच के यात्रियों में हड़कंप मच गया। कई यात्री तो पत्थर के डर से सीट के नीचे छिप गए।
पहले भी हो चुका है पथराव
बता दें कि कानपुर में इसी लोकेशन पर पिछले 1 साल में 7 बार से भी ज्यादा बार वंदे भारत ट्रेन पर पथराव किया जा चुका है। दिल्ली रूट पर पनकी से भाऊपुर तो हावड़ा रूट पर चकेरी से प्रेमपुर स्टेशनों के बीच पत्थरबाजी की घटनाएं देखने को मिली हैं। इस लोकेशन पर पत्थरबाजों ने सबसे अधिक वंदेभारत एक्सप्रेस ट्रेन को निशाना बनाया है। वहीं दूसरी तरफ मध्य प्रदेश के रतलाम के पास दिल्ली-मुंबई रूट पर रेल हादसा भी देखने को मिला है। यहां एक मालगाड़ी पटरी से उतर गई है। इस मामले में अभी और जानकारी का इंतजार किया जा रहा है।
वंदे भारत ट्रेन पर पत्थरबाजी का आरोपी गिरफ्तार, कहा- ‘मोबाइल स्नैचिंग के लिए तोड़ता था कांच’
देश के विभिन्न राज्यों से वंदे भारत एक्सप्रेस पर पत्थरबाजी की घटनाएं सामने आती रहती हैं। अब उत्तर प्रदेश एटीएस ने वाराणसी में वंदे भारत पर पथराव करने वाले गैंग पर कड़ी कार्रवाई करते हुए एक वांछित अभियुक्त को गिरफ्तार किया है। आरोपी ने बताया है कि पत्थर फेंकने से शीशा टूटने के कारण ट्रेन की स्पीड कम हो जाती थी। इससे उसे खिड़की पर बैठे लोगों से मोबाइल स्नैच करने में आसानी होती थी।
कैसे पकड़ा गया आरोपी?
दरअसल, बीते 23 अगस्त को रांची वाराणसी वंदे भारत ट्रेन पर व्यासनगर और काशी स्टेशन पर पथराव हुआ था। इसमें पवन कुमार साहनी नाम के युवक को गिरफ्तार किया गया था। उसने पूछताछ में बताया कि हुसैन उर्फ शाहिद भी पथराव में शामिल है। मामला संदिग्ध होने के चलते यूपी एटीएस ने हुसैन उर्फ शाहिद को गिरफ्तार कर पूछताछ की जो कि मुगलसराय चंदौली में किराए पर रहता था। पूछताछ में उसने बताया कि पत्थरबाजी के बाद वे ट्रेन की स्पीड कम हो जाने से गेट और खिड़की के पास बैठे यात्रियों से फोन छीन लेते थे।
एटीएस ने क्या बताया?
यूपी एटीएस ने जानकारी दी है कि रेल दुर्घटनाओं को अंजाम देकर भय फैलाने वाले व्यक्तियों को चिह्नित करने के लिए एटीएस द्वारा विभिन्न माध्यमों से जानकारी ली जा रही है और ऐसी गतिविधियों पर नियंत्रण करने का प्रयास किया जा रहा है। इसी क्रम में यूपी एटीएस ने हुसैन उर्फ शाहिद को गिरफ्तार किया है जो कि वंदे भारत पर पथराव करने के मामले में वांछित था।
आरोपी को आरपीएफ को सौंपा गया
पूछताछ के बाद यूपी एटीएस फील्ड यूनिट वाराणसी द्वारा अभियुक्त हुसैन उर्फ शाहिद को अग्रिम विधिक कार्यवाही हेतु रेलवे सुरक्षा बल, व्यासनगर, चन्दौली के सुपुर्द किया गया है। मामले में अग्रिम विधिक कार्यवाही रेलवे सुरक्षा बल, व्यासनगर, चन्दौली द्वारा की जा रही है।