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US Election: ट्रंप की जीत के बाद जेलेंस्की का बड़ा बयान, इजरायल में खुशी, पुतिन ने अब तक ट्रंप को क्यों नहीं दी जीत की बधाई

कीव: अमेरिका के युद्ध में ऐतिहासिक जीत दर्ज करने वाले डोनाल्ड ट्रंप को लेकर यूक्रेन के राष्ट्रपति व्लादिमिर जेलेंस्की के मन में क्या चल रहा। वह रूस के खिलाफ युद्ध में अमेरिका से अब क्या उम्मीदें रख रहे हैं, इसे लेकर जेलेंस्की का बड़ा बयान सामने आया है। उनका कहना है कि वह ‘‘ताकत के जरिए शांति स्थापना” के डोनाल्ड ट्रंप के दृष्टिकोण की सराहना करते हैं। बता दें कि जेलेंस्की की यह टिप्पणी ऐसे समय में आई है, जब डोनाल्ड ट्रंप अमेरिका में राष्ट्रपति पद का चुनाव जीत गए हैं।

यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की और अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप। - India TV Hindi

ट्रंप की जीत के बाद यूक्रेन के राष्ट्रपति ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, “मुझे सितंबर में राष्ट्रपति ट्रंप के साथ हुई शानदार मुलाकात याद है, जब हमने यूक्रेन-अमेरिका रणनीतिक साझेदारी, विजय योजना और यूक्रेन के खिलाफ रूस के आक्रामण को समाप्त करने के तौर-तरीकों पर विस्तार से चर्चा की थी।” जेलेंस्की ने कहा कि यूक्रेन “पारस्परिक रूप से लाभकारी राजनीतिक और आर्थिक सहयोग विकसित करने में दिलचस्पी रखता है, जिससे हमारे दोनों देशों को फायदा होगा।”

जेलेंस्की ने कहा ट्रंप के आने से अमेरिका में होगी मजबूत युग की शुरुआत

जेलेंस्की ने कहा , “हम राष्ट्रपति ट्रंप के निर्णायक नेतृत्व के तहत एक मजबूत अमेरिकी युग की आशा करते हैं। “मैं वैश्विक मामलों में शक्ति प्रदर्शन के माध्यम से शांति स्थापना के दृष्टिकोण के प्रति राष्ट्रपति ट्रंप की प्रतिबद्धता की सराहना करता हूं। यह बिल्कुल वही सिद्धांत है, जो यूक्रेन में व्यावहारिक रूप से शांति कायम कर सकता है। मुझे उम्मीद है कि हम मिलकर इसे क्रियान्वित करेंगे। ट्रंप से जेलेंस्की को उम्मीद है कि वह रूस के राष्ट्रपति पुतिन के साथ वार्ता करके इस युद्ध में शांति स्थापना करवाने में सफल होंगे।

इजरायल में खुशी, आखिर क्यों खुश हैं वहां के लोग

अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक बार फिर से राष्ट्रपति चुनाव में सबको चौंका दिया है। वैसे ट्रंप अपने हाव भाव और अपने स्टाइल के साथ ही विवादों को लेकर हमेशा चर्चा में बने रहते हैं लेकिन इस बार ट्रंप ने व्हाइट हाउस की दौड़ में जीत का परचम लहराया है और उन्होंने डेमोक्रेटिक पार्टी की कैंडिडेट और उप राष्ट्रपति कमला हैरिस को प्रेसिडेंशियल चुनाव में हरा दिया है। हालांकि दोनों उम्मीदवारों के बीच कांटे का मुकाबला देखा गया।

ट्रंप ने फ्लोरिडा के वेस्ट पाम बीच में अपने समर्थकों के साथ जीत का जश्न मनाया। इस जश्न के दौरान अपने संबोधन में ट्रंप ने इसे अमेरिका का स्वर्णिम युग बताया और जनता को अभूतपूर्व जनादेश के लिए धन्यवाद दिया। बता दें कि ट्रंप की जीत की आधिकारिक घोषणा अभी नहीं हुई है लेकिन ट्रंप की जीत से पूरी दुनिया में हलचल मच गई है। खासकर इजरायल के लोग ज्यादा खुश हैं। इजरायल के टीवी चैनलों पर उनकी जीत का जश्न मनाया जा रहा है, और इस खुशी का आलम यह है कि ‘God bless America and Long live Israel’ के नारे लगाए जा रहे हैं।

नेतन्याहू ने दी ट्रंप को बधाई

इज़रायली सदस्यों ने सोशल मीडिया पर बुधवार की चुनावी जीत पर डोनाल्ड ट्रम्प को बधाई दी। प्रधान मंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने तुरंत निर्वाचित राष्ट्रपति को लिखा, “इतिहास की सबसे बड़ी वापसी पर बधाई!”व्हाइट हाउस में आपकी ऐतिहासिक वापसी अमेरिका के लिए एक नई शुरुआत और इज़राइल और अमेरिका के बीच महान गठबंधन के लिए एक शक्तिशाली प्रतिबद्धता प्रदान करती है। यह एक बड़ी जीत है!”

ट्रंप की जीत से क्यों खुश हैं इजरायल के लोग

इजरायली मीडिया की प्रतिक्रिया दिखाती है कि ट्रंप की जीत केवल अमेरिकी की जनता के लिए ही नहीं, बल्कि कई मोर्चों पर युद्ध की तबाही झेल रहे इजरायल के लिए भी मायने रखती है। बता दें कि ट्रंप के पिछले कार्यकाल के दौरान इजरायल और अमेरिका के बीच संबंध बहुत अच्छे थे। इसकी वजह ये है कि ट्रंप ने इजरायल के पक्ष में कई बड़े फैसले लिए थे, जिनमें येरुशलम को इजरायल की राजधानी के रूप में मान्यता देना और अमेरिकी दूतावास को वहां स्थानांतरित करना शामिल था।

ट्रंप ने दिया बड़ा बयान-अब कोई जंग नहीं होने देंगे

ट्रंप के चुनाव जीतने को लेकर अब इजरायल की जनता उम्मीद भरी नजरों से देख रही है।  इसके साथ ही वहां की मीडिया को भी उम्मीदें हैं कि ट्रंप का यह नया कार्यकाल भी उनके लिए सकारात्मक होगा और वे देश के लिए, देश की जनता के लिए कुछ और बेहतर सोचेंगे। इसे इस तरह भी देखा जा रहा है कि डोनाल्ड ट्रंप ने अपनी जीत के बाद एक बड़ा और अहम बयान दिया है जिसमें उन्होंने कहा है कि उनका उद्देश्य युद्ध को रोकना है और उन्होंने इजरायल और यूक्रेन के जंग पर इशारा करते हुए कहा, “अब कोई जंग नहीं होने देंगे।” ट्रंप के इस बयान से जिन देशों में युद्ध छिड़ा है उन देशों में लोगों के बीच युद्ध खत्म होने और शांति की उम्मीदें बढ़ गई हैं।

पुतिन ने अब तक ट्रंप को क्यों नहीं दी जीत की बधाई, रूसी अधिकारियों से जानें अंदरखाने में क्या है?

रूसी राष्ट्रपति पुतिन और अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप। - India TV Hindi

 अमेरिका के राष्ट्रपति चुनावों में इतिहास रचने वाले डोनाल्ड ट्रंप को दुनिया भर के नेताओं ने बधाई संदेश के तांते लगा दिए हैं, लेकिन रूस के राष्ट्रपति पुतिन ने अभी तक उनको बधाई नहीं दी है। आखिर इसके पीछे क्या वजह है? क्या पुतिन ट्रंप को आगे बधाई देंगे या उन्हें अभी किसी बात का इंतजार है, आखिर रूस के अंदरखाने में क्या चल रहा है? कुछ रूसी अधिकारियों से आइये जानते हैं कि पुतिन आगे ट्रंप को बधाई देंगे या नहीं और रूस-अमेरिका के रिश्तों में आगे कितना तनाव बढ़ने या घटने वाला है?

ट्रंप की जीत के बाद रूस के राष्ट्रपति कार्यालय क्रेमलिन का कहना है कि अमेरिकी संबंध निचले स्तर पर हैं ,लेकिन ट्रंप की जीत की घोषणा के बाद रूस बातचीत के लिए तैयार है।  रूस ने बुधवार को कहा कि संयुक्त राज्य अमेरिका के साथ संबंध ऐतिहासिक रूप से निचले स्तर पर हैं, लेकिन क्रेमलिन का दरवाजा बातचीत के लिए खुला है। अभी रूस को इस बात का इंतजार है कि जब जनवरी में डोनाल्ड ट्रम्प व्हाइट हाउस लौटते हैं तो क्या होता है।

पुतिन ट्रंप को क्यों नहीं दे रहे बधाई

दुनिया भर के नेताओं की ओर से रिपब्लिकन उम्मीदवार ट्रंप की जीत पर बधाई आ रही है, लेकिन पुतिन ने अभी तक अपनी तरफ से कोई संदेश नहीं भेजा है। इस सवाल पर क्रेमलिन के प्रवक्ता दिमित्री पेसकोव ने कहा कि अमेरिकी चुनाव में जीत की घोषणा करने वाले ट्रंप को राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन द्वारा बधाई देने की किसी योजना की जानकारी नहीं है। हालांकि कुछ सूत्रों का यह भी कहना है कि पुतिन ट्रंप को बधाई नहीं देना चाहते। मगर अभी इस बारे में रूस की तरफ से कोई आधिकारिक बयान सामने नहीं आया है।

यूक्रेन युद्ध पर अमेरिका का क्या होगा नया स्टैंड

ट्रंप की जीत के बाद यूक्रेन के लिए अमेरिका का अब नया स्टैंड क्या होगा? इस पर पेसकोव ने पूर्व में यूक्रेन को मिल रहे अमेरिकी समर्थन का जिक्र करते हुए कहा, “आप यह न भूलें कि हम एक अमित्र देश के बारे में बात कर रहे हैं जो प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से हमारे राज्य के खिलाफ युद्ध में शामिल है।” अगर पुतिन ने ट्रम्प को बधाई देने से इनकार कर दिया तो क्या रिश्ते और भी खराब हो जाएंगे, के सवाल पर उन्होंने कहा: “उन्हें और खराब करना लगभग असंभव है, रिश्ते ऐतिहासिक रूप से सबसे निचले स्तर पर हैं। आगे क्या होता है यह अमेरिका के अगले नेतृत्व पर निर्भर करेगा।” क्योंकि “राष्ट्रपति पुतिन ने बार-बार कहा है कि वह निष्पक्षता और समानता पर आधारित रचनात्मक बातचीत और एक-दूसरे की चिंताओं को ध्यान में रखने की इच्छा के लिए तैयार हैं।

रूस को अमेरिका के रुख का इंतजार

क्रेमलिन के अधिकारियों के मुताबिक फिलहाल रूस को अभी उस घड़ी का इंतजार है, जब जनवरी में डोनाल्ड ट्रंप राष्ट्रपति पद संभालेंगे। क्योंकि “फिलहाल, अमेरिकी प्रशासन पूरी तरह से रूस के विरोध में है। इसलिए क्रेमलिन का कहना है कि आगे जनवरी में क्या होगा – हम देखेंगे।” पेसकोव ने कहा कि ट्रम्प ने चुनाव अभियान के दौरान सख्त बयान दिए थे, लेकिन उन्होंने “पुराने युद्धों को जारी रखने और नए युद्ध शुरू करने” के चक्र को तोड़ने की भी बात कही थी। पेसकोव ने कहा कि रूस इस बात पर नजर रखेगा कि ओवल ऑफिस में प्रवेश की तैयारी के दौरान ट्रंप ने अपना लहजा बदला है या नहीं। उन्होंने कहा, “इसलिए, हम कहते हैं कि हम हर चीज का सावधानीपूर्वक विश्लेषण करते हैं, हर चीज की निगरानी करते हैं और विशिष्ट शब्दों और विशिष्ट कदमों के आधार पर निष्कर्ष निकालेंगे।”

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