इजराइल और गाजा के युद्ध में जहां ज्यादातर देश गाजा का समर्थन कर रहे हैं तो वहीं दूसरी तरफ कुछ देश इजराइल की तरफ से भी हैं, जिसमें अमेरिका का नाम शामिल है. 9 अप्रैल को सीनेट आर्म्ड सर्विस कमिटी की सुनवाई में अमेरिका ने गाजा में हो रहे नरसंहार से इनकार कर दिया.
अमेरिका के राष्ट्रपति जो बिडेन के वाशिंगटन में रक्षा विभाग के लिए बजट रिक्वेस्ट पर सीनेट आर्म्ड सर्विस कमिटी की सुनवाई की गई, जिसकी गवाही के लिए अमेरिका के डिफेंस सेक्रेटरी लॉयड ऑस्टिन मौजूद थे. ऑस्टिन ने पेंटागन के 2025 के 850 अरब डॉलर के बजट के बारे में गवाही दी. यह गवाही इसलिए ली गई क्योंकि अमेरिका के कुछ लॉ मेकर को इजराइल के लिए हो रहे खर्च को सपोर्ट करने पर सहमत नहीं थे.
गाजा में हो रहे नरसंहार का कोई भी सबूत नहीं
लॉ मेकर्स के हिसाब से इजराइल का हमास पर किया जा रहा हमला अपनी सीमा को पार कर रहा है. इस मुद्दे पर जी सीनेट के अधिकारी टॉम कॉटन ने ऑस्टिन से गाजा में हो रहे नरसंहार पर सवाल किया तो ऑस्टिन ने नरसंहार की बात से साफ इनकार कर दिया. टॉम ने सवाल किया कि क्या इजराइल गाजा में नरसंहार कर रहा है? इस पर ऑस्टिन ने कहा कि हमारे पास गाजा में हो रहे नरसंहार का कोई भी सबूत नहीं है.
गाजा के नागरिकों को हुआ काफी नुकसान
गाजा पर नरसंहार के सवाल को कई बार पूछे जाने के बाद उन्होंने कहा कि इजराइली सेना को हमास के आतंकी और गाजा में रह रहे सामान्य लोगों के बीच फर्क करने के लिए काफी ज्यादा प्रयास करना चाहिए. उन्होंने आगे कहा कि इसमें कोई दो राय नहीं है कि इस जंग में सामान्य नागरिकों को काफी नुकसान हुआ है. इसके लिए उन्होंने इजराइली समकक्ष को चेतावनी दी है कि गाजा में रह रहे लोगों को ज्यादा से ज्यादा मानवीय सहायता न देने की वजह से वहां पर और ज्यादा संख्या में आतंकवाद पनपेगी.
इजराइल और हमास की जंग शुरू हुए 6 महीने हो गए हैं. हाल ही में फिलिस्तीनियों के समर्थन में कई देश सामने आए, जिसमें से ईरान में इजराइल और अमेरिका के खिलाफ काफी बड़ा प्रदर्शन किया गया. यह प्रदर्शन रमजान के आखिरी शुक्रवार यानी जुमातुल विदा की नमाज के बाद किया गया. इंटरनेशनल कुद्स डे पर इजराइली सेना के किए गए ग हमले और गाजा के नागरिकों की मौत के लिए विरोध प्रदर्शन किया गया. प्रदर्शन के दौरान इजराइल मुर्दाबाद के नारे लगाए गए और इजराइली पीएम बेंजामिन नेतन्याहू की तस्वीर जलाई गई.