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UP: नकली खाद की तस्करी करने वाले गिरोह के खिलाफ एसटीएफ ने बड़ी कार्रवाई कर को बरैली जिले छापा मारकर पांच तस्करों को गिरफ्तार कर करीब 65 लाख रुपये की नकली खाद (यूरिया) बरामद की

UP News: उत्तर प्रदेश में नकली खाद की तस्करी करने वाले गिरोह के खिलाफ एसटीएफ (स्पेशल टास्क फोर्स) ने बड़ी कार्रवाई की है. मंगलवार को बरैली जिले के बिथरी चैनपुर थाना क्षेत्र में छापा मारकर एसटीएफ टीम ने पांच तस्करों को गिरफ्तार किया. इनके पास से 06,500 किलोग्राम नकली खाद (यूरिया) बरामद हुई, जिसकी अंतरराष्ट्रीय बाजार में कीमत करीब 65 लाख रुपये बताई जा रही है.

बीते कुछ दिनों से एसटीएफ को कई जिलों से शिकायतें मिल रही थीं कि नकली खाद की तस्करी की जा रही है. किसान लगातार नकली खाद खरीदकर ठगे जा रहे थे, जिससे फसलों को नुकसान पहुंच रहा था. इस पर एसटीएफ ने जांच शुरू की और मुखबिरों के जरिए सूचना मिली कि झारखंड से एक ट्रक नकली खाद लेकर कुछ तस्कर बरेली पहुंचे हैं. इस जानकारी पर एसटीएफ की फील्ड यूनिट ने पुलिस के साथ मिलकर छापा मारा और पांच तस्करों को रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया.

गिरफ्तार तस्करों की पहचान
पुलिस ने जिन पांच तस्करों को गिरफ्तार किया है, उनके नाम अनिल कुमार नागसी (झारखंड के गढ़वा जिले का निवासी), जगतन वर्मा (बिहार के कटिहार जिले से), प्रेमपाल (उत्तर प्रदेश के एटा जिले से), अनिल कश्यप (बरेली जिले का निवासी) और राजेंद्र पाल (बरेली जिले का निवासी) हैं. इनके यहां से तमाम तरह के सामान बरामद किए गए हैं.

तस्करों के पास से बरामद किए गए सामान की बात करें तो 6,500 KG नकली खाद (यूरिया) जिसकी कीमत करीब 65 लाख रुपये आंकी गई है. इसके अलावा चार मोबाइल फोन, जिनसे गिरोह संपर्क करता था. वहीं एक ट्रक (HR 58 C 7788) जिसमें नकली खाद लाई गई थी और 1300 रुपए नकद बरामद किए गए हैं.

कैसे काम करता था यह गिरोह?
गिरफ्तार तस्करों ने पूछताछ में कबूल किया कि उनका गिरोह झारखंड से सस्ती और घटिया गुणवत्ता वाली खाद खरीदकर उसे उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड और पंजाब जैसे राज्यों में महंगे दामों पर बेचता था. किसानों को असली यूरिया बताकर नकली खाद बेच दी जाती थी. इस नकली खाद से फसलें खराब हो जाती थीं और किसानों को भारी नुकसान उठाना पड़ता था. इस गिरोह ने तीन साल में कई बार बरेली और आसपास के जिलों में नकली खाद बेची थी.

इस नकली खाद के कारण किसानों की फसलें खराब हो रही थीं. किसानों को जब पता चलता था कि खाद नकली है, तब तक बहुत देर हो चुकी होती थी. गिरोह लंबे समय से यह धंधा कर रहा था और किसानों को लगातार ठग रहा था. गिरफ्तार तस्करों के खिलाफ बिथरी चैनपुर थाने में केस दर्ज कर लिया गया है. पुलिस ने एनडीपीएस एक्ट की धारा 8/18 के तहत मामला दर्ज किया है. आगे की जांच जारी है और पुलिस इस गिरोह से जुड़े अन्य लोगों का भी पता लगाने की कोशिश कर रही है.

एसटीएफ की अपील
एसटीएफ और कृषि विभाग ने किसानों से अपील की है कि खाद खरीदते समय सतर्क रहें और हमेशा सरकारी मान्यता प्राप्त दुकानों से ही खाद खरीदें. अगर कहीं भी नकली खाद बेचने की सूचना मिले, तो तुरंत पुलिस या कृषि विभाग को जानकारी दें.

उत्तर प्रदेश में नकली खाद तस्करी का यह मामला किसानों के लिए एक बड़ा खतरा बन सकता था. एसटीएफ की इस कार्रवाई से नकली खाद के बड़े रैकेट का पर्दाफाश हुआ है. पुलिस और प्रशासन अब इस मामले की गहराई से जांच कर रहा है ताकि इस अवैध धंधे में शामिल बाकी आरोपियों को भी जल्द गिरफ्तार किया जा सके.

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