UP Politics: समाजवादी पार्टी (सपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने सोमवार को भारतीय जनता पार्टी (BJP) नीत सरकार पर लोगों को त्योहार खुलकर मनाने से रोकने के लिए बाधाएं खड़ी करने का आरोप लगाया. यादव ने यह भी आरोप लगाया कि BJP देश को संविधान के अनुरूप नहीं चला रही है. आरोप लगाने के कुछ घंटे बाद सपा चीफ ने तीन तस्वीरें सोशल मीडिया साइट एक्स पर शेयर कीं.
एक तस्वीर में वह लोगों से मुलाकात करते दिख रहे हैं, तो दूसरी तस्वीर में कुछ लोग सड़क के बीच नमाज पढ़ते देखे जा सकते हैं. वहीं तीसरी तस्वीर में अखिलेश की बात किसी पुलिस अधिकारी से हो रही है. तस्वीरें शेयर कर अखिलेश ने लिखा- जो ‘हुक्मरान’ शिकस्त के डर से डरे हैं वो ही इंसानियत का रास्ता रोके खड़े हैं
जानकारी के अनुसार सड़क पर नमाज पढ़ने वाली फोटो उस वक्त की नहीं है जब अखिलेश का काफिला रोका गया था.
उधर, ईद के मौके पर यहां ऐशबाग ईदगाह पहुंचे सपा प्रमुख यादव ने पत्रकारों से बातचीत में पुलिस पर ऐशबाग ईदगाह के अंदर जाने से रोकने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा ‘ईद के मौके पर इतनी बैरिकेडिंग क्यों की गयी है? पुलिस ने मुझे रोका और जब मैंने उनसे पूछा कि वे मुझे क्यों रोक रहे हैं तो उनके पास कोई जवाब नहीं था.’
क्या मुझे इसे तानाशाही कहना चाहिए?- अखिलेश यादव
इससे पहले यादव ने कहा ‘क्या मुझे इसे तानाशाही कहना चाहिए या इसे ‘आपातकाल’ कहना चाहिए. मैंने कभी ऐसी बैरिकेडिंग नहीं देखी जो लोगों को उनके त्यौहार मनाने से रोकने के लिए की गयी हो.’ उन्होंने आरोप लगाया कि ‘BJP इस देश को संविधान के जरिये नहीं चला रही है.’
यादव ने कहा कि यह क्या दूसरे धर्म के त्योहार में शामिल होने से रोकने का दबाव बनाने की कोशिश नहीं है? उन्होंने कहा ‘ईद मनाई जा रही है और नवरात्र के कार्यक्रम शुरू हो रहे हैं. इस भारत की यही खूबसूरती है कि हम सब मिलकर एक साथ त्योहार मनाते हैं.’ईद की बधाई देते हुए उन्होंने कहा कि ‘आज पूरे प्रदेश और देश को मुबारकबाद देना चाहता हूं.’
सपा प्रमुख ने कहा कि ईद पर सिवइयां भी खाने को मिलती हैं, और यह जो मिठास है यह पूरे साल याद रहती है. उन्होंने कहा ‘हमारा देश बहुत बड़ा देश है, यहां पर सदियों से हम मिलकर रहते आए हैं. यहां इतनी जाति धर्म के लोग मिलकर रहते हैं, त्यौहार मनाते हैं, एक दूसरे की खुशियां बांटते हैं, वहीं दु:ख तकलीफ में भी शामिल होते हैं.’