UP News: समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव सोमवार को कैंसर इंस्टीट्यूट का निरीक्षण करने पहुंचे. लेकिन उनके पहुंचने से पहले ही संस्थान के डायरेक्टर प्रो. मदन लाल भट्ट ऑफिस छोड़कर चले गए. इसके बाद कार्यवाहक CMS को बुलाया गया, जिन्होंने अखिलेश यादव को अस्पताल का मुआयना करवाया और व्यवस्थाओं की जानकारी दी.
सपा प्रमुख कैंसर अस्पताल की व्यवस्थाओं को देखने पहुंचे थे. लेकिन डायरेक्टर के अचानक ऑफिस छोड़ने से माहौल गर्म हो गया. कार्यवाहक CMS ने उन्हें अस्पताल का निरीक्षण करवाया और वहां की स्थिति के बारे में बताया. अखिलेश यादव ने अस्पताल की व्यवस्थाओं को लेकर कई सवाल उठाए.
इंतजाम सरकार नहीं कर पा रही- सपा प्रमुख
अखिलेश यादव ने कहा, ‘बगल में HCL है, कई हजार लोगों को प्रोफेशनल जॉब मिले, कम से कम हम लोगों ने डिलीवरी बॉय नहीं बनाया, व्हाइट कॉलर जॉब दी. इनके हाथ में कोई चीज दे दो सब बिगड़ सकती है, मिस मैनेजमेंट की सबसे बड़ी स्टोरी बनेगी. अगर कोई बीमार हो जा रहा है तो सही समय पर सही दवाई और इलाज का इंतजाम सरकार नहीं कर पा रही है.’
उन्होंने कहा, ‘कैंसर जैसी गंभीर बीमारी के इलाज के लिए भी पता नहीं लोगों को कहां-कहां जाना पड़ रहा है. इस सरकार का लगातार बजट आ रहा है जो बुनियादी चीज़ों की सबसे ज्यादा जरूरत है आज यूपी में लोग सबसे ज्यादा स्वास्थ्य को लेकर चिंतित हैं. अगर कोई बीमार हो जा रहा है तो सही समय पर सही दवाई और इलाज का इंतजाम सरकार नहीं करा पा रही है.’
सपा द्वारा बनाए गए कैंसर संस्थान- अखिलेश यादव
मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा, ‘सपा की सरकार में ये जो कैंसर संस्थान बना था ये रिसर्च कैंसर संस्थान इसलिए बनाया गया था जिससे गरीबों को यहां पर इलाज हो सके और उन्हें इसकी जानकारी मिलती रहे. जब हम इस संस्थान में गए तो सपा सरकार ने जहां तक काम छोड़ा था और जिस रूप में काम बढ़ाना चाहिए था वो नहीं बढ़ा.’
अखिलेश यादव ने कहा कि सबसे पहले मुझे मरीज मिली है वो गोरखपुर की थी एक बच्ची जिसके सर में ट्यूमर है सोचिए मुख्यमंत्री के क्षेत्र में जहां एम्स है वहां पर इलाज नहीं हो पा रहा है उन्हें भी इलाज के लिए लखनऊ आना पड़ रहा है वो भी सपा द्वारा बनाए गए कैंसर संस्थान में. भाजपा के लोग कोई चीज बना नहीं सकते ये केवल बिगाड़ सकते हैं.