UP News: उत्तर प्रदेश के पूर्व राज्यपाल और वरिष्ठ भाजपा नेता लालजी टंडन की जयंती के अवसर पर रविवार को लखनऊ के हजरतगंज चौराहे पर स्थित उनकी प्रतिमा पर माल्यार्पण कार्यक्रम आयोजित किया गया. इस मौके पर प्रदेश के मुख्यमंत्री ने पहुंचकर उनकी प्रतिमा पर पुष्प अर्पित किए और उन्हें श्रद्धांजलि दी.
मुख्यमंत्री योगी ने इस अवसर पर कहा कि लालजी टंडन भारतीय राजनीति के एक समर्पित और सादगीपूर्ण व्यक्तित्व थे. वे न केवल एक संगठनकर्ता थे, बल्कि एक कुशल प्रशासक और जनसेवक भी थे. उन्होंने कहा, “टंडन जी का जीवन हमें राजनीति को सेवा का माध्यम बनाने की सीख देता है. उन्होंने हमेशा सिद्धांतों की राजनीति की और समाज के हर वर्ग के कल्याण के लिए कार्य किया.”
इस कार्यक्रम में कई मंत्री, विधायक, भाजपा कार्यकर्ता और टंडन जी से जुड़े पुराने सहयोगी भी मौजूद रहे. सभी ने उनके योगदान को याद किया और उन्हें एक सरल, मिलनसार और संघर्षशील नेता बताया. लालजी टंडन लखनऊ की राजनीति का बड़ा चेहरा रहे हैं. वे लंबे समय तक भाजपा से जुड़े रहे और अटल बिहारी वाजपेयी के विश्वासपात्रों में गिने जाते थे. वे उत्तर प्रदेश सरकार में कैबिनेट मंत्री भी रहे और बाद में मध्य प्रदेश व बिहार के राज्यपाल के रूप में भी अपनी सेवाएं दीं. 2009 में वे लखनऊ लोकसभा सीट से सांसद भी चुने गए थे. उनके कार्यकाल में लखनऊ शहर में कई विकास कार्यों की नींव रखी गई थी.
इस कार्यक्रम में मौजूद लोगों ने कहा कि टंडन जी की सादगी, ईमानदारी और जनता से सीधा जुड़ाव उन्हें आम राजनेताओं से अलग बनाता था. वे हमेशा लखनऊ के दिलों में बसे रहेंगे. मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि राज्य सरकार लालजी टंडन के दिखाए मार्ग पर चलते हुए “सबका साथ, सबका विकास” के मंत्र को आगे बढ़ा रही है. उन्होंने यह भी कहा कि युवाओं को टंडन जी के जीवन से प्रेरणा लेनी चाहिए और सार्वजनिक जीवन में सेवा और समर्पण के मूल्यों को अपनाना चाहिए. कार्यक्रम का समापन देशभक्ति गीतों और श्रद्धांजलि संदेशों के साथ हुआ. सभी लोगों ने लालजी टंडन के योगदान को याद करते हुए उन्हें नमन किया.