UP: कभी उत्तर प्रदेश की सत्ता पर राज करने वाली मायावती की बहुजन समाज पार्टी अब प्रदेश की राजनीति में अपनी सियासी जनाधार मजबूत करने में जुटी हुई है. बहुजन समाज पार्टी की अध्यक्ष मायावती कल यानी 25 मार्च 2025 को पिछड़े वर्ग को पार्टी के साथ जोड़ने के लिए एक विशेष बैठक करेंगी. पार्टी का जनाधार बढ़ाने के लिए मायावती एक नया समीकरण साधने की कोशिश में जुटी दिखाई दे रही हैं. दलित के साथ ओबीसी वर्ग को साथ लाकर पार्टी अपने सबसे ख़राब दौर से निकलने की कोशिश करती दिखाई दे रही है. बैठक कल लखनऊ स्थित बीएसपी दफ्तर में सुबह 11 बजे होगी.
इस संबंध में बसपा की तरफ से लेटर जारी कर कार्यक्रम की जानकारी दी गई है. पत्र लिखा है कि, बहुजन समाज पार्टी (BSP) की राष्ट्रीय अध्यक्ष व उत्तर प्रदेश की चार बार रहीं मुख्यमंत्री व पूर्व सांसद (लोकसभा एवं राज्यसभा) बहन मायावती, कल दिनांक 25 मार्च सन् 2025, दिन मंगलवार को, बीएसपी यूपी अन्य पिछड़ा वर्ग (OBC) की विशेष बैठक लेंगी. जिसमें ‘बहुजन समाज’ के विभिन्न अहम् अंगों में आपसी भाईचारा से सम्बंधित संगठन की तैयारी व जनाधार को बढ़ाने के लिए दिये गये कार्यों की समीक्षा की जायेगी तथा आगे के लिए जरूरी दिशा-निर्देश भी दिये जायेंगे.
ये है मायावती की प्लानिंग?
बसपा के इस कदम से माना जा रहा है कि मायावती, भारतीय जनता पार्टी और समाजवादी पार्टी के वोट बैंक में सेंध लगाने की तैयारी कर रहीं हैं. इतना ही नहीं मायावती के इस कदम से कांग्रेस भी परेशान हो सकती है.
साल 2027 के चुनाव में सपा संग गठबंधन के आधार पर कांग्रेस यह मानकर चल रही है कि लोकसभा चुनाव की तरह ही उसको सपा समर्थक ओबपीसी वोट मिलेंगे. अब यह देखना दिलचस्प होगा कि मायावती की रणनीति आगामी पंचायत और फिर विधानसभा चुनाव में कितनी कारगर होती है.