Gorakhpur: गोरखपुर में पूर्व बैंक मैनेजर समेत अन्य बैंककर्मियों ने रुपयों का लालच देकर पहले बैंक समूहों को ऋण दिया. ऋण धारकों को मृत दिखाकर ऋण और बकाया किस्त को माफ कराने के साथ पूर्व से इंश्योर किए गए रुपये का गबन कर इंश्योरेंस कंपनी को भी चूना लगाया. पुलिस ने इस मामले में पांच बैंककर्मियों को गिरफ्तार किया है. जबकि पूर्व बैंक प्रबंधक समेत 10 आरोपी फरार हैं. वर्तमान बैंक प्रबंधक की ओर से डेढ़ साल पहले दर्ज कराई गई एफआईआर के बाद 4 आरोपियों को पूर्व में जेल भेजा जा चुका है.
एसएसपी डा. गौरव ग्रोवर ने बताया कि भारत फाइनेंशियल इन्क्लूजन लिमिटेड इंडसइंड बैंक की शाखा की ब्रांच मैनेजर ने 28 अक्टूबर 2023 को गबन और धोखाधड़ी के संबंध में थाना स्थानीय पर प्रार्थना पत्र दिया गया था. उनकी तहरीर पर गोला थाने में एफआईआर दर्ज की गई थी. उनकी संस्था का प्रमुख कार्य ग्रामीण एंव अर्द्ध शहरी क्षेत्रों में महिलाओं का समूह बनाकर स्वरोजगार एवं आय सृजन हेतु आसान ई-केवाईसी के माध्य़म से समूह के सदस्यों को बैंक एकाउण्ट में लोन देने एवं साप्ताहिक आसान किस्तो में संग्रह की प्रक्रिया है.
पूर्व मैनेजर ने सहयोगियों के साथ मिलकर की धोखाधड़ी
उन्होंने एफआईआर में शाखा के पूर्व मैनेजर बृजेश कुमार पर आरोप लगाया कि अपने सहयोगियों के साथ मिलकर इंडसइंड बैंक के ऋण व बीमा धारकों को कूटरचित व अवैध दस्तावेजों के माध्यम से मृत दिखाकर धोखाधड़ी कर व एलिजिबिलिटी व बैलेंस चेक करने के नाम पर लोन का पेमेंट कराकर 11 सेंटर के 19 सदस्यों से कुल 6 लाख 44 हजार 197 रुपये का गबन किया गया. इस संबंध में आरोपी व उसके पिता रामबली से बात की गई, तो उनके द्वारा पैसा न देने व जान से मारने की धमकी दी गई. इस संबंध में प्राप्त तहरीर के आधार पर मुकदमा पंजीकृत किया गया था. प्रकरण में पूर्व में 4 आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेजा जा चुका है.
इस मामले में आईपीसी की धारा 406, 419, 467, 468, 471 से संबंधित पांच आरोपियों कुशीनगर जनपद के अभय तिवारी, गोरखपुर के आशुतोष दूबे उर्फ चंचल दूबे, देवरिया जनपद के संजय गिरी, देवरिया जनपद के जय कुमार और गोरखपुर के वारिस अंसारी को गिरफ्तार किया गया. इस मामले में आरोपी गोला थानाक्षेत्र के बड़ी मस्जिद वार्ड नंबर 8 की रहने वाली आशिया, गोला थानाक्षेत्र के मछली हट्टा की रहने वाली राजकुमारी देवी, गोला थानाक्षेत्र के सुअरज गांव की रहने वाली साधना देवी और मोती देवी को पूर्व में जेल भेजा जा चुका है.
मामले में दस आरोपी अभी हैं फरार
इस मामले में 10 आरोपी फरार हैं. गोरखपुर के गोला थानाक्षेत्र के वार्ड नंबर 21 मछली हट्टा मोहल्ला की रहने वाली मालती देवी पत्नी खुशहाल उर्फ रोहित, रोजी पत्नी मोइनुद्दीन, गोला बाजार की रेखा पत्नी बबलू सोनकर, सहजनवा थानाक्षेत्र के डुमरी गांव के रहने वाले गौतम कुमार श्रीवास्तव पुत्र धर्मेन्द्र लाल, गोरखपुर के अमटौरा गांव के रहने वाले फील्ड स्टाफ कृष्ण गोपाल सिंह, महराजगंज जनपद के परतावल तहसील के सिमरा चंदौली गांव के रहने वाले बीसीएम अरुण कुमार, आजमगढ़ जनपद के बिलरियागंज थानाक्षेत्र के कटुई गांव के रहने वाले पूर्व शाखा प्रबंधक ब्रजेश कुमार सरोज, गोरखपुर के सहजनवा थानाक्षेत्र के डोमहर माफी गांव के रहने वाले फील्ड स्टाफ संगम गौड़, बीसीएम कृष्ण कुमार शर्मा पुत्र अज्ञात और गोरखपुर के गोला थानाक्षेत्र के गोला बाजार की रहने वाली शबनम खातून पत्नी अलाउद्दीन फरार हैं. पुलिस उनकी सरगर्मी से तलाश कर रही है.
गोरखपुर के एसएसपी डॉ. गौरव ग्रोवर ने बताया कि जनपद गोरखपुर के गोला जनपद में वर्ष 2023 में इंडसइंड बैंक के बैंक मैनेजर द्वारा एक अभियुक्त पंजीकृत कराया गया था. उनके द्वारा इसमें बताया गया था कि पूर्व में उनके बैंक में लोन को लेकर एक फ्रॉड हुआ है. इसमें उनके द्वारा पुराने बैंक मैनेजर को नामजद किया गया है. उनके बैंक में लोन को लेकर लाभार्थी को इस आधार पर भुगतान किया गया है कि उनके नॉमिनी जो उनके पति हैं, उनकी डेथ हो चुकी है. उसके बाद उनको इसका लाभ मिला है. जब इसकी जांच की गई तो यह सूचना गलत पाई गई कि उनके पति मर चुके हैं. जांच में पता चला कि उनके पति जीवित हैं और उनके फर्जी डेथ सर्टिफिकेट बनाए गए थे.