Greater Noida: ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण ने सेक्टर-36 में सड़क किनारे निर्माण मलबा का ढेर मिलने पर ठेकेदार कंपनी राइज इलेवन कंक्रीट प्रोडक्ट्स पर 50,000 रुपये का जुर्माना लगाया है. यह कार्रवाई प्राधिकरण के महाप्रबंधक स्वास्थ्य आर.के. भारती और वरिष्ठ प्रबंधक चरण सिंह द्वारा मंगलवार को किए गए औचक निरीक्षण के दौरान की गई.
निरीक्षण के दौरान सेक्टर-36 के कई हिस्सों में निर्माण मलबा जमा पाया गया, जिससे न केवल क्षेत्र की सफाई व्यवस्था प्रभावित हो रही थी, बल्कि सौंदर्यीकरण में भी बाधा आ रही थी. इस लापरवाही से नाराज होकर महाप्रबंधक ने स्वास्थ्य विभाग की टीम को फटकार लगाई और संबंधित कंपनी पर तत्काल आर्थिक दंड लगाया. यह राशि ठेकेदार के अग्रिम भुगतान से काटी जाएगी.
अगली बार ब्लैक लिस्टेड कर दी जाएगी कंपनी
प्राधिकरण ने कंपनी को चेतावनी दी है कि यदि अगली बार निरीक्षण के दौरान फिर से मलबा पाया गया तो कंपनी को ब्लैकलिस्ट कर दिया जाएगा. इसके साथ ही ठेकेदार को मलबा हटाने का नियमित रोस्टर जारी करने का निर्देश भी दिया गया है.
नागरिकों की सुविधाओं के लिए हेल्पलाइन नंबर जारी
ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण ने नागरिकों की सुविधा के लिए एक हेल्पलाइन नंबर 9870308811 भी उपलब्ध कराया है, जिस पर लोग अपने घरों या क्षेत्रों से निर्माण मलबा हटवाने की सूचना दे सकते हैं. यह नंबर राइज इलेवन कंपनी द्वारा संचालित किया जा रहा है. निरीक्षण अभियान आगे भी जारी रहेगा और सफाई में कोताही बरतने वालों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी.
इधर, योगी सरकार ने यूपीपीसीबी के कामकाज को और अधिक चुस्त-दुरुस्त बनाने का फैसला लिया है. इस योजना के तहत प्रदेश के सभी मंडल मुख्यालयों और प्रमुख औद्योगिक जिलों में यूपीपीसीबी के क्षेत्रीय कार्यालय खोले जाएंगे. इसके अलावा, ठोस अपशिष्ट, तरल अपशिष्ट, खतरनाक कचरा, ई-वेस्ट और मेडिकल वेस्ट के प्रबंधन के लिए अलग-अलग विशेष सेल बनाए जाएंगे. ये सेल स्थानीय स्तर पर कचरे के सही प्रबंधन को सुनिश्चित करेंगे.