Kanpur: कानपुर पुलिस ने रामनवमी शोभायात्रा में पत्थर चलने की अफ़वाह के बाद एक वीडियो जारी किया है. इस वीडियो में कुछ लोग मुस्लिम-बहुल क्षेत्र में दुकानों में तोड़फोड़ करते और नारे लगाते हुए दिखाई दे रहे हैं. कानपुर पुलिस ने पत्थरबाजी की अफवाह फैलाने के आरोप में कई लोगों के खिलाफ एफआईआर पहले ही दर्ज कर ली है. नई सड़क पर रामनवमी की शोभायात्रा के दौरान पत्थरबाजी की अफवाहों के बाद कानपुर में सुरक्षा बढ़ा दी गई थी. हालांकि, जांच में इन दावों की पुष्टि नहीं हुई. पुलिस ने लोगों से शांति बनाए रखने और जांच में सहयोग करने की बात कही.
वहीं कानपुर पुलिस ने शोभायात्रा के आयोजकों की शिकायत पर एफआईआर दर्ज की, जिसमें आरोप लगाया गया था कि चंदेश्वर हाता के पास छत से पत्थरबाजी की गई थी. हालांकि, सीसीटीवी फुटेज की जांच में इसकी पुष्टि नहीं हुई. पुलिस ने अफवाह फैलाने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की चेतावनी देते हुए FIR दर्ज कर ली है. पुलिस का कहना है कि सुप्रीम कोर्ट की गाइडलाइन को फॉलो करते हुए लाउडस्पीकर सभी धार्मिक स्थलों से उतारे गए हैं. कई लोगों को नोटिस दे दिया गया है. अगर दोबारा स्पीकर लगाते हैं तो कठोर कार्रवाई की जाएगी.
ये है पूरा मामला
इस मामले को पुलिस उपायुक्त (पूर्व) श्रवण कुमार सिंह ने जानकारी बताया कि शोभायात्रा के आयोजकों की ओर से एक लिखित शिकायत मिली थी, शिकायत में आरोप लगाया गया कि शोभा यात्रा लौट रही थी, तब चंद्रेश्वर हाता के नजदीक नई सड़क के पास इमारतों की छतों से पत्थर फेंके गए. पुलिस ने अनुसार, इसका एक कथित वीडियो सामने आया था जिसमें इलाके के कुछ लोग दौड़ते भागते दिखाई दिए, जिसके बाद बवाल की अफवाह उड़ गई.