UP एटीएस ने फर्जी जन्म प्रमाण पत्र बनाने वाले गिरोह के मास्टरमाइंड रविकेश को लखनऊ से गिरफ्तार किया है। रविकेश पर पुलिस ने 25 हजार का ईनाम भी रखा था। रविकेश मूल रूप से दरभंगा (बिहार) का रहने वाला है। रविकेश ने अब तक कई राज्यों में रहकर 4 लाख से भी ज्यादा फर्जी जन्म प्रमाण पत्र और पांच हजार फर्जी मृत्यु प्रमाण पत्र बनाया है। पुलिस आरोपी रविकेश से पूछताछ कर रही है। पुलिस पूछताछ में रविकेश ने बताया कि वह साल 2022 से ही फर्जी प्रमाण पत्र बनाने का पोर्टल चला रहा है। रविकेश ने फर्जी प्रमाण पत्र बनाने के लिए साल 2022 में “www.crsogovr.in” और 2023 में पोर्टल “www.thedashboard.in” तैयार किया।
साल 2022 से कर रहा था ये काम
आसने आगे यह भी बताया कि उसका एक फेसबुक पेज भी है। जिसके जरिए वह यूपी और बिहार के लोगों को अपने गिरोह में जोड़ रखा है। ये सभी लोग रविकेश के लिए ही काम करते थे। रविकेश के गृह जिले में कई जनसेवा केंद्र संचालक भी थे। रविकेश के पोर्टल पर करीब 4100 यूजर हैं, जिनमें 1500 एक्टिव हैं और ये उसके परमानेंट कस्टमर भी हैं। इन यूजर्स के जरिए रविकेश रोज दो-से तीन हजार रुपए कमा लेता था। वह अपने गैंग के जरिए सरकारी पोर्टल से भी फर्जी तरीके से हजारों जन्म और मृत्यु प्रमाण प्रमाण पत्र बना चुका है।
रायबरेली से सामने आया था यह मामला
ग्राम विकास अधिकारी की ओरिजिनल आईडी और पासवर्ड का दुरुपयोग कर के रविकेश जन्म-मृत्यु प्रमाण पत्र बनाता था। रविकेश से पूछताछ में गिरोह के अन्य आरोपियों के नाम भी सामने आए हैं। बता दें कि मामले का खुलासा रायबरेली के सलोन गांव से हुआ था। जहां एटीएस और रायबरेली पुलिस अब तक इस मामले में 13 आरोपियों को जेल भेज चुकी है।