भारत-बांग्लादेश सीमा पर आज दक्षिण बंगाल फ्रंटियर ने सोने की तस्करी के प्रयास को विफल करते हुए लगभग 44 लाख रुपये की 6 सोने की ईंटों के साथ एक तस्कर को गिरफ्तार किया. जब्त किए गए सोने की कीमत लगभग 44,32,451 रुपये बताई जी रही है. लेकिन इस बार तस्करों ने बिल्कुल अलग तरीका अपनाया है.
दरअसल, बीते 24 जनवरी को भारत-बांग्लादेश सीमा पर बीएसएफ के जवानों ने एक बड़ी तस्करी को नाकाम किया था. जवानों ने एक तस्कर को 2.19 करोड़ के सोने के बिस्कुट के साथ पकड़ा था. अभी दस दिन भी नहीं बीते इस घटना को और आज एक बार फिर से सीमा पर दक्षिण बंगाल फ्रंटियर ने सोने की तस्करी के प्रयास को विफल किया. लेकिन इस तस्करी में ऐसा नया क्या है. इसमें नया है, इस तस्करी का तरीका. पकड़ा गया तस्कर एक ई-रिक्शा ड्राइवर है जिसने मात्र 450 रुपये के लिए यह कोशिश की है.
दक्षिण बंगाल फ्रंटियर के 112 बटालियन बीएसएफ ने बांग्लादेश भारत-बाग्लादेश सीमा के पास एक बड़ी तस्करी को नाकाम किया है. जानकारी के अनुसार बीएसएफ के जवानों को एक टिप मिली थी जिसमें एक संदिग्ध व्यक्ति द्वारा सोने के बिस्कुट की तस्करी के प्रयास के बारे में जानकारी थी. इसी बीच जवानों ने हकीमपुर चेकपॉइंट पर तारिकुल इस्लाम गाजी नाम के संदिग्ध व्यक्ति को तलाशी के लिए रोका. जैसे ही तारिकुल ने बीएसएफ को देखा वह घबरा गया. तारिकुल अपने ई-रिक्शा से बांग्लादेश के तराली गांव की ओर से आ रहा था और हकीमपुर चेक प्वाइंट से उसे भारत के तेंतुलिया गांव की ओर जाना था. तलाशी के बाद ई-रिक्शा से भूरे रंग के टेप से लिपटे हुए 06 सोने के बिस्कुट बरामद हुए.
पूछताछ में हुआ खुलासा
पूछताछ के दौरान तारिकुल इस्लाम गाजी ने बताया कि वह एक भारतीय नागरिक है और अपनी आजीविका के लिए ई-रिक्शा चलाता है. यहां यह बाता काफी हैरान करने वाली है कि अब तस्कर नए-नए तरह के हथकंडे अपना रहे हैं. इसके अलावा उसने बताया कि उसको यह सोने का पैकेट बांग्लादेश के अटा इलाके में अपने घर के पास मिला था. उसे इस पैकेट को तेंतुलिया में किसी अज्ञात व्यक्ति को सौपना था जिससे उसे 450 रुपये मिलते, लेकिन इससे पहले ही बीएसएफ ने उसे पकड़ लिया और तस्करी को नाकाम कर दिया. फिलहाल पकड़े गए आरोपी तारिकुल और जब्त सामान को तेंतुलिया कस्टम को सौंप दिया गया है.