कोलकाता कोलकाता रेप केस के खिलाफ इस्तीफा देने का ऐलान करने वाले टीएमसी के राज्यसभा के सांसद जवाहर सरकार ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ममता बनर्जी के प्रस्ताव को ठुकरा दिया. ममता बनर्जी ने रविवार की शाम को जवाहर सरकार को फोन किया था और उनसे इस्तीफा पर पुनर्विचार की अपील की, लेकिन पूर्व नौकरशाह जवाहर सरकार ने ममता बनर्जी को जवाब देते हुए कहा कि उन्होंने लोगों से वादा किया और अब इससे पीछे हटना संभव नहीं है.
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार जवाहर सरकार ने ममता बनर्जी के प्रस्ताव को खारिज कर दिया है और वह 11 सितंबर को दिल्ली जा रहे हैं और 12 सितंबर को वह उपराष्ट्रपति और राज्यसभा के अध्यक्ष जगदीप धनखड़ से मिलकर उन्हें इस्तीफा सौंप देंगे.
पूर्व नौकरशाह जवाहर सरकार ने रविवार सुबह सांसद पद से इस्तीफा देने और अपना राजनीतिक करियर खत्म करने की घोषणा की थी. शाम को मुख्यमंत्री ने उन्हें फोन किया. तृणमूल सूत्रों के मुताबिक, उनके बीच कुछ देर तक बातचीत हुई.
ममता ने जवाहर सरकार को किया फोन
सूत्रों के मुताबिक, ममता बनर्जी ने उनसे अपना फैसला बदलने का अनुरोध किया. लेकिन जवाहर सरकार ने पार्टी नेता से कहा कि मौजूदा हालात में उनका सांसद बने रहना संभव नहीं है. सूत्रों के मुताबिक, उन्होंने ममता बनर्जी से कहा, ”मैंने लोगों से वादा किया है और इससे पीछे हटना संभव नहीं है.”
बता दें कि रविवार सुबह जैसे ही जवाहर सरकार के इस्तीफे की खबर सामने आई, सत्ता पक्ष के भीतर हड़कंप मच गया. आरजी कर रेप मामले में बंगाल की सत्ताधारी पार्टी पहले से ही दबाव में है. माना जा रहा है कि जवाहर सरकार के इस्तीफे की खबर से यह दबाव कई गुना बढ़ गया है.
आरजी कर रेप की घटना को लेकर सत्ताधारी दल के कई नेताओं ने मोर्चा खोल रखा है. राज्यसभा सांसद सुखेंदु शेखर रॉय को बार-बार इस मुद्दे पर पार्टी की आलोचना की है. इस मुद्दे पर भाजपा के पूर्व अध्यक्ष दिलीप घोष ने भी ममता बनर्जी का इस्तीफा मांगा.
अमित मालवीय ने मांगा ममता का इस्तीफा
भाजपा नेता और बंगाल में भाजपा के केंद्रीय सह प्रभारी अमित मालवीय ने ट्वीट कर कहा किटीएमसी के राज्यसभा सांसद जवाहर सरकार ने टीएमसी द्वारा संचालित पश्चिम बंगाल सरकार में व्याप्त भ्रष्टाचार और आरजी कर मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में बलात्कार और हत्या मामले को ठीक से न संभाल पाने का हवाला देते हुए इस्तीफा दे दिया है.
उन्होंने कहा किममता बनर्जी को सबक लेने और पद छोड़ने का समय आ गया है. उन्होंने कोलकाता पुलिस आयुक्त के साथ मिलकर युवा डॉक्टर के बलात्कार और हत्या से संबंधित सभी सबूतों को पूरी तरह नष्ट कर दिया है.
उन्होंने कहा किजब तक ममता बनर्जी और कोलकाता पुलिस आयुक्त विनीत गोयल पद से इस्तीफा नहीं देते, स्वतंत्र और निष्पक्ष जांच संभव नहीं है. उन्होंने कहा कि अपराध के 72 घंटे बाद तक सीएम और कोलकाता सीपी के कॉल रिकॉर्ड सार्वजनिक किए जाने चाहिए। उनकी बातचीत की जांच की जानी चाहिए. सच्चाई सामने लाने के लिए ममता बनर्जी और विनीत गोयल का पॉलीग्राफ टेस्ट होना चाहिए. न्याय के लिए आंदोलन जारी रहेगा.
बीजेपी सांसद ने ममता की गिरफ्तारी की मांग की
भाजपा सांसद ज्योतिर्मय सिंह महतो ने ईडी के निदेशक को एक पत्र लिखकर अनुरोध किया कि “आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल बलात्कार-हत्या की घटना और कथित तौर पर संदीप घोष से जुड़े स्वास्थ्य घोटाले की गहन जांच की जाए और पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी की गिरफ्तारी की जाए.”