Encounter in Jammu: जम्मू कश्मीर के राजौरी में सुरक्षाबलों ने सेना की चौकी पर हमला करने की आतंकियों की साजिश को नाकाम कर दिया. इसके बाद से आतंकियों और सुरक्षाबलों के बीच एनकाउंटर जारी है. दोनों तरफ से लगातार फायरिंग हो रही है. यह चौकी राजौरी के गुंडा ख्वास इलाके में है.
अभी तक शांत माने जाने वाले जम्मू इलाके में पिछले कुछ महीनों में आतंकी घटनाओं में इजाफा हुआ है. इन हमलों के पीछे पाकिस्तान का हाथ बताया जा रहा है. इस इलाके में घुसपैठ की घटनाओं में भी इजाफा हुआ है. जम्मू में आतंक की कमर तोड़ने के लिए सुरक्षा एजेंसियों ने तमाम बडे़ ऑपरेशन भी शुरू किए हैं.
जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा और सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने शनिवार को यहां उच्च स्तरीय संयुक्त सुरक्षा समीक्षा बैठक की थी. इस बैठक में सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ), केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ), जम्मू-कश्मीर पुलिस के महानिदेशकों, खुफिया एजेंसियों के प्रमुखों और अन्य वरिष्ठ सुरक्षा अधिकारी शामिल हुए थे.
इस दौरान उपराज्यपाल ने कहा था, हमें आतंकवादियों और उन्हें सहायता देने वालों का सफाया करने के लिए सभी एजेंसियों के बीच बेहतर तालमेल के साथ सावधानीपूर्वक और सुनियोजित आतंकवाद रोधी अभियान शुरू करना चाहिए. सिन्हा ने यह भी निर्देश दिया कि सीमा पार से घुसपैठ को रोकने के लिए सुरक्षा-व्यवस्था को मजबूत किया जाना चाहिए.
खुफिया एजेंसियों के सूत्रों ने हाल ही में बताया था कि जम्मू क्षेत्र में करीब 50 आतंकी एक्टिव हैं. इनके खात्मे के लिए भारत सरकार ने जम्मू में 500 पैरा कमांडो भेजने का फैसला किया है.
जम्मू-कश्मीर के कुपवाड़ा जिले के केरन सेक्टर में एलओसी के पास गुरुवार को सुरक्षा बलों ने घुसपैठ की कोशिश कर रहे दो आतंकवादियों को मार गिराया था. इससे पहले 14 जुलाई को कुपवाड़ा में एलओसी पर भारी हथियारों से लैस तीन आतंकवादी मारे गए थे.