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श्री कृष्ण नगरी मथुरा में मौजूद दक्षिण भारतीय शैली पर आधारित रंगनाथ मंदिर का विश्व प्रसिद्ध रथ का मेला 17 मार्च से शुरू, यह परंपरा पिछले 175 वर्षों से निभाई जा रही

श्री कृष्ण नगरी मथुरा में मौजूद दक्षिण भारतीय शैली पर आधारित रंगनाथ मंदिर का विश्व प्रसिद्ध रथ का मेला 17 मार्च से शुरू होने जा रहा है. इस पावन मौके पर भगवान गोदा रंगनाथ रथ में विराजमान होकर भक्तों को दर्शन देंगे. यह परंपरा पिछले 175 वर्षों से निभाई जा रही है. यह दर्शन साल में एक बार मेले के अवसर पर ही होते हैं. इस अवसर पर भगवान गोदा रंगनाथ नगर भ्रमण के लिए निकलते हैं. इस ब्रह्मोत्सव कार्यक्रम में प्रत्येक दिन अलग-अलग सवारियां निकाली जाएंगी.

मेले के दौरान 10 दिन तक लगातार सुबह-शाम सवारियां निकाली जाती हैं. मान्यता है कि दक्षिण शैली पर होली का कार्यक्रम आयोजित नहीं होता है, लेकिन ब्रज के वृंदावन में स्थापित दक्षिण शैली के मंदिर पर होली धूमधाम से मनाई जाती है. इस वर्ष मंदिर पर होली 22 मार्च को मनाई जाएगी. मेले को लेकर मंदिर पर तैयारियां शुरू हो गई हैं. मंगलवार को मंदिर प्रबंधक ने इसकी जानकारी साझा की. आइए जानते हैं कब और कैसे मनाया जाएगा रथ का मेला.

10 दिन तक चलेगा रथ का मेला

वृंदावन में श्री रामानुज संप्रदाय के प्रसिद्ध दिव्यदेश श्री रंगनाथ मंदिर का दस दिवसीय ब्रह्मोत्सव 17 मार्च से शुरू होगा. यह कार्यक्रम विविध धार्मिक और सांस्कृतिक अनुष्ठानों के साथ वैदिक परंपरानुसार आयोजित किया जा रहा है. ब्रज के अनूठे उत्सव को लेकर मंदिर प्रबंधन द्वारा दिव्याकर्षक तैयारियां की जा रही हैं. इस संबंध में मंगलवार को मंदिर में आयोजित एक पत्रकार वार्ता में स्वामी रघुनाथ आचार्य ने बताया कि यह श्री रामानुज संप्रदाय की श्री वैष्णवीय परंपरा के प्रमुख दिव्यदेश श्री रंगनाथ मंदिर है.

उन्होंने बताया कि यहां वैसे तो प्रतिदिन मंगल उत्सवों की श्रंखला अनवरत रूप से जारी रहती है, लेकिन इनमें सबसे प्रमुख ब्रह्मोत्सव है. ब्रह्मोत्सव का शुभारंभ अंकुरारोपण, देव आह्वान, ध्वजारोहण से होता है, जिसमें दक्षिण भारतीय वेदपाठी विद्वान वेदमंत्रो से आव्हान करते हैं.

23 मार्च को होंगे दर्शन

मंदिर के प्रबंधक श्री कृष्णन ने बताया कि 17 मार्च को मेला शुरू होगा. इस दिन सुबह काल ठाकुर रंगनाथ भगवान स्वर्ण निर्मित पूर्ण कोठी में विराजित होकर भक्तो को कृतार्थ करेंगे. इसी क्रम में ठाकुर गोदारंगमन्नार भगवान प्रतिदिन स्वर्ण रजत निर्मित वाहन सूर्यप्रभा, चंद्रप्रभा, गरुण, हनुमान, पालकी, सिंह, अश्व, सिंहशार्दुल पर विराजित होकर दर्शन देते हैं. मंदिर की CEO अनघा श्रीनिवासन ने बताया कि मुख्य आकर्षण विशालकाय चंदन निर्मित रथ है, जिसमें 23 मार्च को ठाकुर गोदा रंगमन्नार भगवान विराजित होकर भक्तो को कृतार्थ करेंगे.

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