सारण जिले की जनता बाजार थाना पुलिस ने मानव तस्करी में लिप्त एक गिरोह का पर्दाफाश करते हुए तीन अभियुक्तों को गिरफ्तार किया है। यह गिरोह अवैध नर्सिंग होम में प्रसव कराकर नवजात शिशुओं को उनकी मां से अलग कर मोटी रकम में बेच देता था। पुलिस अधीक्षक कुमार आशीष ने बताया कि 26 सितंबर 2025 को जनता बाजार थाना क्षेत्र की एक महिला ने बताया था कि उसका प्रसव करा बच्चे को छीन लिया गया और उसे बेच दिया गया। पीड़िता आर्केस्ट्रा में नर्तकी का काम करती है और कानपुर की रहने वाली है।
एसपी के निर्देशन में गठित विशेष टीम ने 27 सितंबर को गिरोह के सरगना हरिकिशोर प्रसाद को गिरफ्तार किया। पूछताछ में उसने खुलासा किया कि उसका भाई उपेंद्र सिंह अपने दोस्त सोनू गिरी, निवासी रसुलपुर, दरौंदा (सिवान) के माध्यम से नवजात को 5 लाख रुपये में बेच चुका है। इसके बाद पुलिस ने मिशन मुक्ति फाउंडेशन, रेस्क्यू फाउंडेशन दिल्ली और गुजरात के बडोदरा पुलिस के सहयोग से छापेमारी कर सोनू गिरी को बडोदरा से गिरफ्तार किया। ट्रांजिट रिमांड पर लाकर पूछताछ के बाद उसकी निशानदेही पर सिवान जिले के मुफस्सिल थाना क्षेत्र के उखई गांव स्थित नीरज पासवान के घर से नवजात को सकुशल बरामद कर लिया गया।
पुलिस ने नीरज पासवान को भी गिरफ्तार किया है। वरीय पुलिस अधीक्षक ने बताया कि मामले की जांच जारी है तथा अन्य संलिप्त व्यक्तियों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है। साथ ही मां दुर्गा नर्सिंग होम की वैधता की जांच कर संबंधित लोगों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। एसपी ने कहा कि दोषियों के विरुद्ध शीघ्र स्पीडी ट्रायल चलाकर कठोर सजा दिलाई जाएगी।