राष्ट्रीय राजधानी में गर्मी का सितम शुरू हो गया है। ऐसे में दिल्ली की तिहाड़ जेल में गर्मी के मौसम में कैदियों को ठंडक पहुंचाने के लिए अधिकारियों ने एक योजना तैयार की है। इस योजना के तहत कैदियों को हर दिन दो नींबू और गर्मी से बचाने वाली चादरें मुहैया कराई जाएंगी। जानकारी के लिए बता दें कि तिहाड़ जेल को साल 1958 में स्थापित किया गया था और यह भारत के सबसे बड़े जेल परिसरों में से एक है। तिहाड़ जेल 400 एकड़ से ज्यादा क्षेत्र में बनी है, जिसमें नौ जेल शामिल हैं।
जेल के एक अधिकारी ने बताया कि गर्मी से बचाव के उपाय उनकी मौसमी योजना का हिस्सा हैं। उन्होंने बताया, “चाहे गर्मी हो या सर्दी, हम तिहाड़ जेल के नियमों के अनुसार कैदियों के लिए उचित योजना का पालन करते हैं। हम तीन महीने अप्रैल, मई और जून के दौरान प्रत्येक कैदी को प्रतिदिन दो नींबू देंगे जिससे उनके शरीर में पानी की मात्रा को बरकरार रखा जा सके।”
ORS भी दिया जाएगा
अधिकारी ने बताया कि कैदियों के शरीर में पानी की मात्रा को बरकरार रखने के लिए उन्हें पर्याप्त मात्रा में ORS भी दिया जाएगा। जेल अधिकारियों ने टेंपरेचर को कुछ डिग्री कम बनाए रखने के लिए कोठरियों के अंदर गर्मी से बचाने वाली चादरें लगाने की भी योजना बनाई है। एक व्यक्ति ने कहा, “ये चादरें गर्मियों के दौरान बहुत उपयोगी होती हैं क्योंकि ये कोठरियों का तापमान सामान्य रखती हैं और हवा आने-जाने देती हैं।”
तिहाड़ जेल को शहर के बाहरी इलाके में ट्रांसफर
इस बीच, दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने तिहाड़ जेल को शहर के बाहरी इलाके में ट्रांसफर करने की योजना का ऐलान किया है। इसके लिए 2025-26 के बजट में सर्वेक्षण और स्थानांतरण से संबंधित परामर्श सेवाओं के लिए 10 करोड़ रुपये अलॉट किए गए हैं।
अधिकारी ने कहा कि जेल के अंदर किसी भी कैदी को विशेष नहीं माना जाता है। उन्होंने बताया, “हम जेल के नियमों का सख्ती से पालन करते हैं। हम किसी भी कैदी को कोई विशेष सुविधा नहीं देते हैं। हालांकि, हम 60 वर्ष या उससे अधिक आयु के कैदियों पर कड़ी निगरानी रखते हैं। चिकित्सक रोजाना उनकी जांच करते हैं।”