म्यांमार में आए विनाशकारी भूकंप के बाद घायलों की संख्या लगातार बढ़ रही है. इस बीच स्थानीय प्रशासन और स्वास्थ्य अधिकारियों ने कई क्षेत्रों के नागरिकों से रक्तदान की अपील की है. क्योंकि वहां कई अस्पतालों में खून की कमी पाई जा रही है. प्रशासन ने कहा है कि स्थानीय अस्पतालों में ब्लड डोनर्स की तत्काल जरूरत है ताकि गंभीर रूप से घायलों की जान बचाई जा सके.
कई इलाको में चल रहा रेस्क्यू ऑपरेशन
म्यांमार में सबसे अधिक तबाही देखने को मिली, जहां मंडाले शहर में 20 लोगों की मौत हुई, जबकि तौंगू इलाके में 5 लोगों की जान गई. इसके अलावा, कई अन्य लोग गंभीर रूप से घायल हुए हैं. भूकंप के बाद लगातार आ रहे झटकों से इलाके में दहशत का माहौल है. बचाव दल कई इलाकों में राहत अभियान चला रहे हैं, लेकिन मलबे में दबे लोगों की सही संख्या अभी स्पष्ट नहीं हो पाई है.
थाईलैंड की राजधानी बैंकॉक में भूकंप के चलते 30 मंजिला निर्माणाधीन इमारत धराशायी हो गई. इस हादसे में तीन मजदूरों की मौत हो गई, जबकि 81 लोग मलबे में फंस गए. थाईलैंड के उपप्रधानमंत्री फूमथम वेचायाचाई ने बताया कि इस हादसे की वजह म्यांमार में आया शक्तिशाली भूकंप था. राहत और बचाव कार्य तेज कर दिया गया है और बचाव दल घटनास्थल पर मौजूद हैं. अधिकारियों को आशंका है कि मृतकों की संख्या बढ़ सकती है.
जारी किया हेल्पलाइन नंबर
थाईलैंड में भूकंप के बाद भारतीय दूतावास ने भारतीय नागरिकों के लिए एक आपातकालीन नंबर जारी किया है. बैंकॉक स्थित भारतीय दूतावास ने कहा कि वह स्थिति पर करीबी नजर रखे हुए है और अब तक किसी भी भारतीय नागरिक के हताहत होने की सूचना नहीं है. भारतीय दूतावास और चियांग माई के वाणिज्य दूतावास के सभी सदस्य सुरक्षित हैं. भारतीय नागरिकों से सतर्क रहने और जरूरत पड़ने पर दूतावास से संपर्क करने की अपील की गई है. आपातकालीन संपर्क नंबर +66 618819218 जारी किया गया है.
ऐतिहासिक पुल और मस्जिद गिरीं
भूकंप से म्यांमार के मंडाले में 90 साल पुराना ऐतिहासिक ‘अवा ब्रिज’ इरावदी नदी में गिर गया. इसके अलावा, एक मस्जिद का हिस्सा ढहने से तीन लोगों की मौत हो गई. राजधानी नेप्यीदा समेत कई शहरों में सड़कें और इमारतें बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई हैं. सोशल मीडिया पर आई तस्वीरों में कई इमारतें जमींदोज नजर आ रही हैं और लोग दहशत में सड़कों पर भागते दिख रहे हैं.
थाईलैंड में आपातकाल, मेट्रो सेवा ठप
थाईलैंड सरकार ने भूकंप के बाद आपातकाल घोषित कर दिया है. मेट्रो, रेलवे और हवाई सेवाओं को अस्थायी रूप से बंद कर दिया गया है. बैंकॉक स्टॉक एक्सचेंज में भी कारोबार रोक दिया गया है. बचाव कार्यों के लिए विशेष राहत दलों को भेजा गया है. विशेषज्ञों का कहना है कि म्यांमार के इस भूकंप के झटके भारत के पूर्वोत्तर राज्यों में भी महसूस किए गए, लेकिन वहां किसी बड़े नुकसान की खबर नहीं है.