सूरत में PCB और SOG की संयुक्त कार्रवाई में अडाजन क्षेत्र से प्रतिक शाह नामक व्यक्ति को गिरफ्तार कर फर्जी वीजा बनाने वाली फैक्ट्री का पर्दाफाश किया गया है. इस फैक्ट्री से यूके, कनाडा, मैसिडोनिया, सर्बिया, चेकोस्लोवाकिया और यूरोप के अन्य देशों के नकली वीजा स्टिकर बरामद हुए हैं.
पुलिस को उसके पास से 5 वीजा स्टिकर मिले हैं. जांच में सामने आया है कि प्रतिक शाह ये फर्जी वीजा स्टिकर दिल्ली, चंडीगढ़, पंजाब और हरियाणा के एजेंटों को बेचता था. आरोपी के खिलाफ पहले भी कई मामले दर्ज हैं और 2017 से अब तक उस पर कुल 12 केस दर्ज हुए हैं. उल्लेखनीय है कि आरोपी अलीबाबा साइट से यूरोपीय देशों के हॉलमार्क वाले पेपर मंगाता था और प्रति वीजा 15,000 रुपये वसूलता था.
सेटअपऔर अन्य सामानकिया जब्त
सूरत शहर SOG और PCB की टीमों ने एक संयुक्त अभियान में रांदेर क्षेत्र से एक अंतरराष्ट्रीय वीज़ा रैकेट का भंडाफोड़ करते हुए प्रतिक उर्फ अभिजीत निलेश भाई शाह नामक कुख्यात आरोपी को गिरफ्तार किया. आरोपी यूके, कनाडा, यूरोप, सर्बिया, मैसिडोनिया जैसे कई देशों के डुप्लीकेट वीज़ा बनाने की फैक्ट्री चला रहा था. पुलिस ने आरोपी के घर से बड़ी मात्रा में फर्जी वीजा बनाने का सेटअप और अन्य सामान जब्त किया है.
पुलिस नेदेर रात माराछापा
SOG PI ए.पी. चौधरी और PCB PI आर.एस. सुवेरा को मिली पुख्ता सूचना के आधार पर पुलिस ने रांदेर क्षेत्र स्थित समोर रेसिडेंसी, फ्लैट नंबर 202, श्रीजीनगरी सोसायटी के पास, झगड़िया चौकड़ी पर देर रात छापा मारा. इस दौरान प्रतिक शाह को रंगे हाथों गिरफ्तार किया गया.
क्या क्या हुआ बरामद
पुलिस ने आरोपी के घर से कुल 1,30,000 रुपये मूल्य का सामान जब्त किया है, जिसमें अलग-अलग देशों के वीजा स्टिकर-5, विभिन्न देशों के वीज़ा स्टिकरों की कलर प्रिंट-8, चेक रिपब्लिक देश का स्टाम्प सिक्का-1, पेपर कटर-2, UV लेज़र टॉर्च-2, एम्बॉस मशीन-1, कॉर्नर कटर मशीन-2, स्केल-1, अलग-अलग इंक की बोतल-9, यूरोप देशों के हॉलमार्क वाले बड़े पेपर-46, कनाडा देश के हॉलमार्क वाले बड़े पेपर-73, यूरोप देशों के हॉलमार्क वाले छोटे पेपर-107, मैसिडोनिया देश के हॉलमार्क वाले बड़े पेपर-172, सर्बिया देश के हॉलमार्क वाले बड़े पेपर-243, यूके देश के हॉलमार्क वाले बड़े पेपर-42, मोबाइल फोन-5 (कीमत 50,000), कलर प्रिंटर: 2 (कीमत 30,000), HP कंपनी का लैपटॉप: 1 (कीमत 50,000) शामिल हैं.
आरोपी प्रतिक शाह विदेश जाने के इच्छुक व्यक्तियों को वीजा दिलाने के बहाने अन्य ट्रैवल एजेंसियों के साथ मिलकर भारी रकम वसूलता था. वह Alibaba.com जैसी चीनी वेबसाइट से विभिन्न देशों के हॉलमार्क वाले पेपर मंगाता था. इसके बाद वह अपने लैपटॉप में CorelDraw सॉफ्टवेयर का उपयोग कर वीज़ा के फॉर्मेट को एडिट कर नकली वीजा तैयार करता था. वह प्रति वीज़ा 15,000 रुपये वसूलता था.
पहले भी वीजा से जुड़े घोटालों में कई मामले हैं दर्ज
प्रतिक शाह एक कुख्यात अपराधी है और उस पर पहले भी वीज़ा से जुड़े घोटालों में कई मामले दर्ज हैं. उसके खिलाफ उधना पुलिस स्टेशन में 9, वडोदरा शहर के गोरवा पुलिस स्टेशन में 1, और IGI एयरपोर्ट पर 2 केस दर्ज हैं.