आत्महत्या का मामला: छत्तीसगढ़ के सरगुजा जिले में आठवीं कक्षा में पढ़ने वाले ने फांसी लगाकर स्थापित कर ली है। ऑक्सफ़ोर्ड ने ऐसा कदम क्यों उठाया इसका पता नहीं चल सका है। पुलिस के पास से कोई भी आत्मघाती नोट बरामद नहीं हुआ है।
15 दिन के अंदर अंबिकापुर में न्यूक्लियर के स्टूडियो का यह दूसरा मौका है।
स्कूल में ही इससे पहले भी शहर के कार्मेल में पढ़ाई कर रही छठवीं कक्षा के शिलान्यास ने घर में हाल ही में स्थापित कर रखा था। उक्ताशय पर स्कूल की महिला टीचर प्रताडना का आरोप था। उसने सुसाइड नोट में यह भी लिखा था कि, टीचर्स टाइट करती है इसलिए मैं मरना चाहता हूं। इस मामले में टीचर मर्सी को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।
इधर रविवार की शाम अंबिकापुर शहर में आठवीं के छूटे नाम की सालगिरह ने फाग लगा अपनी जान दे दी। जिसके बाद शहर में विस्फोट मच गया। गांधीनगर थाना पुलिस मामले की जांच कर रही है। अब तक ऑटोमोबाइल के सामान का स्पष्ट पता नहीं चल सका है। पुलिस मामले की जांच कर रही है। वहीं इस मामले में मृतक के पिता ने अपनी बेटी की मौत पर संदेह जताया है।
दादाजी के पिता ने क्या कहा?
सीनियर के पिता जयफुल मिंज का कहना है कि, एक लड़के ने उन्हें (बेटी) परेशान किया था, इसी वजह से उनकी बेटी ने ऐसा कदम उठाया है। दादा के पिता ने बताया कि वो लड़के से बेटी से बात करने को लेकर बहस भी हुई थी. इस संबंध में इलेक्ट्रोनिक परमाणु बम विस्फोट का मामला गांधीनगर थाना क्षेत्र का है। कल शाम सूचना मिली कि एक 15 वर्ष की लड़की फांसी लगाकर ले गई है। मौसेर पर एफएसएल की टीम को बुलाया गया था। इस मामले में पूरे गांधीनगर थाने में एक छात्र को गिरफ्तार कर लिया गया है। जांच की जा रही है. आज मृतिका का अवशेष।
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