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श्रीलंका की नौसेना ने एक बार फिर से 34 भारतीय मछुआरों को गिरफ्तार किया, तमिलनाडु के CM स्टालिन ने केंद्र सरकार से ठोस कदम उठाने की अपील की

श्रीलंका की नौसेना ने एक बार फिर से बड़ी संख्या में भारतीय मछुआरों को गिरफ्तार कर लिया है। अधिकारियों ने रविवार को बताया है कि दो अलग-अलग घटनाओं में श्रीलंका की नौसेना ने कम से कम 34 भारतीय मछुआरों को गिरफ्तार किया है। इसके साथ ही मछुआरों की नौकाएं भी जब्त कर ली गईं है। ये गिरफ्तारी तमिलनाडु के धनुषकोडी के पास से की गई है। इस घटना के बाद तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने केंद्र सरकार से इस मामले में ठोस कूटनीतिक कदम उठाने की अपील की है।

ठोस कदम उठाने की अपील

तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम के स्टालिन ने केंद्र सरकार से मछुआरों को छुड़ाने के लिए कार्रवाई का अनुरोध किया है। स्टालिन ने बताया है कि गिरफ्तार मछुआरों में से 32 तमिलनाडु और 2 केरल के लोग हैं। स्टालिन ने कहा- “हमारे मछुआरों को बार-बार हिरासत में लिए जाने से तटवर्ती क्षेत्र के समुदायों में अपने भविष्य को लेकर चिंता पैदा हो गई है। अब समय आ गया है कि हमारे मछुआरों को श्रीलंकाई नौसेना द्वारा गिरफ्तार किए जाने से रोकने के लिए ठोस कूटनीतिक कदम उठाए जाएं।”

श्रीलंका ने क्या बताया?

श्रीलंकाई अधिकारियों ने बताया है कि नौसेना ने नियमित गश्त के दौरान श्रीलंकाई जलक्षेत्र में मन्नार जिले के तट पर 25 और 26 जनवरी को दोनों गिरफ्तारियां की हैं। गिरफ्तार किए गए भारतीय मछुआरों को आगे की कार्रवाई के लिए संबंधित अधिकारियों के हवाले कर दिया गया है। श्रीलंका ने मछुआरों पर गैर कानूनी तरीके से मछली पकड़ने का आरोप लगाया है।

श्रीलंका में स्थित भारतीय उच्चायोग ने बीते सप्ताह की शुरुआत में जानकारी दी थी कि श्रीलंका द्वारा गिरफ्तार किए गए 41 भारतीय मछुआरों को वापस स्वदेश भेज दिया गया है। इससे पहले 13 जनवरी को भी 8 भारतीय मछुआरों को गिरफ्तार किया गया था। सीएम स्टालिन ने मछुआरों की गिरफ्तारी को रोकने के लिए राजनयिक माध्यमों से आवश्यक तत्काल कार्रवाई करने और गिरफ्तार मछुआरों और उनकी नौकाओं को मुक्त कराने की अपील की है।

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