दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति सिरिल रामाफोसा को उनकी अफ्रीकी राष्ट्रीय कांग्रेस पार्टी द्वारा मुख्य विपक्ष और अन्य दलों के साथ देर से नाटकीय गठबंधन समझौते के बाद शुक्रवार को सांसदों द्वारा दूसरे कार्यकाल के लिए फिर से चुना गया.
रामफोसा ने वामपंथी आर्थिक स्वतंत्रता सेनानियों के नेता जूलियस मालेमा के खिलाफ जोरदार जीत हासिल की, जिसे संसद में भी नामांकित किया गया था. दो हफ्ते पहले एक ऐतिहासिक चुनाव में एएनसी द्वारा अपना 30 साल का संसदीय बहुमत खोने के बाद रामफोसा (71) ने दूसरी सबसे बड़ी डेमोक्रेटिक अलायंस पार्टी के सांसदों और अन्य की मदद से दूसरा कार्यकाल हासिल किया.
डेमोक्रेटिक अलायंस के साथ समझौता
एएनसी ने संसदीय सत्र के दौरान और राष्ट्रपति के लिए मतदान से कुछ घंटे पहले डीए के साथ एक समझौते पर हस्ताक्षर किए. जो एक समय उसका सबसे बड़ा राजनीतिक दुश्मन था, जिससे यह सुनिश्चित हो गया कि रामफोसा अफ्रीका की सबसे औद्योगिक अर्थव्यवस्था के नेता के रूप में लौटे हैं. पार्टियां अब दक्षिण अफ़्रीका के पहले राष्ट्रीय गठबंधन में मिलकर शासन करेंगी, जहां किसी भी पार्टी के पास बहुमत नहीं है.
ANC और DA के पास सांसदों का बहुमत
बता दें कि ANC और DA के पास सांसदों का बहुमत है जो रामफोसा को दूसरे कार्यकाल के लिए वापस देखना चाहते हैं. स्टीनह्यूसेन ने कहा कि डीए अब अफ्रीका की सबसे औद्योगिक अर्थव्यवस्था पर एएनसी के साथ मिलकर शासन करेगा. पिछले महीने हुए चुनाव में अपना लंबे समय से कायम बहुमत खोने के बाद रामफोसा की अफ्रीकी नेशनल कांग्रेस कमजोर हो गई है. जिस कारण रामफोसा राष्ट्रपति के रूप में वापसी के लिए अन्य पार्टियों के समर्थन की जरूरत पड़ी.
डीए और अन्य दलों के साथ गठबंधन
एएनसी ने गुरुवार देर रात ऐलान किया था कि डीए और अन्य छोटी पार्टियों के साथ उसका गठबंधन हो गया है. एएनसी के महासचिव फिकिले म्बालूला ने कहा कि निर्णायक संख्या में सांसदों वाली एएनसी के बाद संसद में दूसरी सबसे बड़ी पार्टी डीए ने कहा कि विवरणों पर बातचीत रात भर और शुक्रवार की सुबह तक जारी रही थी.