संसद के शीतकालीन सत्र के आखिरी दिन शुक्रवार (20 दिसंबर 2024) को भी बाबासाहेब अंबेडकर के मुद्दे को लेकर बीजेपी-कांग्रेस में बवाल शुरू हो गया, जिससे बाद लोकसभा को अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दिया गया.
संसद के मकर द्वार पर धक्का-मुक्की को लेकर बीजेपी और कांग्रेस एक-दूसरे पर आरोप लगा रही है. इस बीच वायनाड से कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी ने केंद्र की मोदी सरकार पर सदन में चर्चा से भागने का आरोप लगाया.
फालतू एफआईआर लगा रहे- प्रियंका गांधी
बीजेपी ने गुरुवार (19 दिसंबर 2024) को राहुल गांधी पर उनके दो सांसदों प्रताप सारंगी और मुकेश राजपूत को धक्का देने का आरोप लगाया. बीजेपी सांसद अनुराग ठाकुर और बांसुरी स्वराज ने एनडीए के कई नेताओं के साथ संसद मार्ग थाने में शिकायत दर्ज कराई थी. अब कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी ने इस पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि राहुल गांधी कभी किसी को धक्का नहीं दे सकते. मैं उनकी बहन हूं… मैं उन्हें इतने सालों से जानती है, वो ऐसा कर ही नहीं सकते.” उन्होंने कहा, “देश राहुल गांधी का व्यवहार जानता है. कितने डेस्परेट हो हो गए हैं ये लोग कि इस तरह की फालतू एफआईआर लगा रहे हैं. देश आंबेडकर साहब का अपमान नहीं सहेगा.”
‘देश का ध्यान भटकाना चाह रही केंद्र सरकार’
वायनाड सांसद ने आरोप लगाया, ये लोग (केंद्र सरकार) अदाणी मामले पर चर्चा से भाग रहे हैं, इसलिए ऐसा कर रहे हैं. ये सरकार डरी हुई है. बाबासाहेब अंबेडकर का अपमान करते हैं, इसलिए अब वह देश का ध्यान भटकाना चाह रहे हैं. संसद परिसर में धक्का-मुक्की मुद्दा गुरुवार से देश में चर्चा का विषय है. बीजेपी के दोनों नेताओं प्रताप सारंगी और मुकेश राजपूत को अस्पताल में भर्ती कराया गया था.
विपक्षी दलों ने शुक्रवार को स्पीकर की ओर से दिए गए चाय आमंत्रण का बहिष्कार किया. सत्र खत्म होने के बाद स्पीकर चाय पर सभी दलों के फ्लोर लीडर्स को आमंत्रित करते हैं. लोकसभा शुक्रवार को एक देश एक चुनाव कराने से संबंधित दो विधेयकों को संसद की संयुक्त समीति (जेपीसी) के पास भेजने के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है.