Sirohi: राजस्थान के सिरोही में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी कार्यालय, जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक शुक्रवार को की गई. बैठक की अध्यक्षता जिला कलेक्टर अल्पा चौधरी ने की. बैठक में जिले में संचालित विभिन्न स्वास्थ्य योजनाओं की प्रगति, चुनौतियों एवं समाधान पर विस्तृत चर्चा की गई.
झोलाछाप डॉक्टरों की खैर नहीं
कलेक्टर ने निर्देश दिया कि जिले के सभी ब्लॉक मुख्य चिकित्सा अधिकारियों (BCMO) द्वारा अपने-अपने क्षेत्र में झोलाछाप चिकित्सकों (नीम-हकीमों) के विरुद्ध सख्त कार्रवाई की जाए. उन्होंने स्पष्ट किया कि इस दिशा में किसी भी प्रकार की शिथिलता सहन नहीं की जाएगी. उन्होंने कहा कि ब्लॉक स्तर पर गठित टीमों को प्रभावी बनाया जाए. संबंधित उपखंड अधिकारियों (SDM) को भी आवश्यक दिशा-निर्देश प्रदान किए जाएंगे.
कलेक्टर ने यह भी निर्देश दिए कि जिले में जन्म लेने वाली प्रत्येक बालिका की माताओं को लाड़ो योजना के अंतर्गत समस्त लाभ समय पर एवं पूर्ण रूप से प्रदान किया जाए. लाडो योजना का लाभ देने के लिए गर्भवती माता के सारे आवश्यक दस्तावेज आधार कार्ड, जन आधार कार्ड, बैंक खाता खोलना इत्यादि तैयार कर लिए जाए जिससे डिलीवरी के समय तुरंत योजना का लाभ मिल सके. उन्होंने कहा कि 1 जून 2025 से सभी प्रसूताओं को शत प्रतिशत लाभ देना सुनिश्चित करें.
आयुष्मान आरोग्य योजना के क्लेम पेश करने के निर्देश
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. दिनेश खराड़ी ने जानकारी दी कि आयुष्मान आरोग्य योजना के अंतर्गत भर्ती मरीजों का क्लेम संबंधित समयावधि में प्रस्तुत करना अनिवार्य है. उन्होंने सभी चिकित्सा अधिकारियों को निर्देशित किया कि यह सुनिश्चित किया जाए कि सभी भर्ती मरीजों के क्लेम प्रक्रिया में कोई देरी न हो.
प्रधानमंत्री टीबी मुक्त ग्राम पंचायत अभियान पर जोर
डॉ. खराड़ी ने बताया कि प्रधानमंत्री टीबी मुक्त ग्राम पंचायत अभियान के अंतर्गत जिले की समस्त ग्राम पंचायतों को टीबी मुक्त घोषित करना लक्ष्य है. इस उद्देश्य की पूर्ति हेतु केंद्र एवं राज्य सरकार दोनों ही अत्यंत गंभीर हैं. उन्होंने बताया कि टीबी जांच के लिए Tru NAAT एवं CB-NAAT मशीनों का उपयोग कर गुणवत्तापूर्ण जांच सुनिश्चित की जाए.