भारतीय जनता पार्टी (BJP) के वरिष्ठ नेता और देश के पूर्व उप प्रधानमंत्री लाल कृष्ण आडवाणी इन दिनों बीमार चल रहे हैं. पिछले 8 दिनों में दूसरी बार बीजेपी के वयोवृद्ध नेता को अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा. पहले उन्हें AIIMS में भर्ती कराया गया था, जबकि इस बार उन्हें दिल्ली के अपोलो अस्पताल में भर्ती कराया गया. फिलहाल उनकी हालत स्थिर बताई गई है.
‘भारत रत्न’ लालकृष्ण आडवाणी की कल बुधवार रात एक बार फिर तबीयत बिगड़ गई. उन्हें रात में ही दिल्ली स्थित अपोलो अस्पताल में भर्ती कराया गया. आडवाणी को डॉक्टर विनीत सूरी की यूनिट में रखा गया है. डॉक्टर विनीत सूरी सीनियर न्यूरोलॉजिस्ट हैं और उनकी देखरेख में पूर्व उप प्रधानमंत्री का इलाज चल रहा है.
बीमारी के बारे में जानकारी नहीं
समाचार एजेंसी पीटीआई के अनुसार, लाल कृष्ण आडवाणी की बीमारी के बारे में ज्यादा जानकारी नहीं है.
अपोलो अस्पताल की ओर से कल जारी बयान में कहा गया कि आडवाणी को रात 9 बजे अस्पताल में डॉक्टर विनीत सूरी की निगरानी में भर्ती किया गया. उनको ऑब्जर्वेशन में रखा गया है. फिलहाल उनकी तबीयत स्थिर है.
पिछले हफ्ते AIIMS में हुए थे भर्ती
इससे पहले पिछले हफ्ते भी 96 वर्षीय बुजुर्ग नेता की तबीयत बिगड़ गई थी. तब पूर्व उपप्रधानमंत्री को दिल्ली स्थित अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (AIIMS) में उम्र संबधी बीमारी को लेकर भर्ती कराया गया था. उन्हें 26 जून की रात करीब 10.30 बजे एम्स के यूरोलॉजी विभाग में भर्ती कराया गया था.
एम्स में पूर्व उप प्रधानमंत्री की यूरोलॉजी और जेरिएट्रिक मेडिसिन सहित कई विशेषज्ञता वाले डॉक्टरों की एक टीम ने जांच की थी और अगले दिन 27 जून को डिस्चार्ज किए जाने से पहले उनकी एक छोटी सी सर्जरी की गई थी. आडवाणी जब एम्स में भर्ती थे तब केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा अस्पताल पहुंचकर उनके स्वास्थ्य के बारे में डॉक्टरों से जानकारी ली थी.
इस साल आडवाणी बने भारत रत्न
इस साल की शुरुआत में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने बीजेपी के बुजुर्ग नेता को देश के सर्वोच्च नागरिक सम्मान भारत रत्न से नवाजा गया था. इस समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ-साथ रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और कई अन्य वरिष्ठ नेता भी शामिल हुए थे. आडवाणी की उम्र को देखते हुए उनके आवास पर ही कार्यक्रम का आयोजन किया गया और उन्हें भारत रत्न से नवाजा गया. साल 2015 में उन्हें देश के दूसरे सबसे बड़े नागरिक सम्मान पद्म विभूषण से भी नवाजा गया था.
8 नवंबर, 1927 को अविभाजित भारत के कराची शहर में जन्मे आडवाणी लंबे समय तक भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष रहे. उनका राजनीतिक सफर कई दशकों तक चला, इस दौरान वह 1999 से 2004 तक अटल बिहारी वाजपेयी की अगुवाई वाली सरकार में गृह मंत्री और फिर उप प्रधानमंत्री (2002 से 2004 तक) समेत कई अहम पदों पर काम किया.