Delhis: कांग्रेस नेता संदीप दीक्षित ने दिल्ली में नई सरकार की चुनौतियों का जिक्र करते हुए केंद्र और बीजेपी को घेरा है. उन्होंने कहा कि अपने मैनिफेस्टो में इन्होंने जो बातें कही हैं, उसका वित्तीय भार बहुत ज्यादा है लेकिन इसमें विकास की कहीं बात नहीं की गई है. हेल्थ और शिक्षा व्यवस्था कैसे सुधारेंगे, पर्यावरण को लेकर क्या काम करेंगे, इंफ्रास्ट्रक्चर को कैसे देखेंगे, इनकी कोई बात कही नहीं है और ना ही इसकी कोई सुगबुगाहट है.
आयुष्मान भारत योजना के सवाल पर उन्होंने कहा, ”आयुष्मान भारत तो केंद्र सरकार की स्कीम है. मैं पहले भी कहता था कि अगर केंद्र सरकार राज्य में कोई अच्छी योजना लागू करना चाहती है, तो राज्य सरकार को इसे सकारात्मक रूप से देखना चाहिए. अगर आपके पास कोई ऐसा है जो उससे बेहतर है तो अलग बात है. ठीक है ये बीजेपी की ऑल इंडिया की ये स्कीम है, उसको लागू करेंगे. उसका क्या असर होगा, ये कितना सार्थक होगा ये बात हम देखेंगे.”
एमसीडी में 15 साल बीजेपी ने राज किया- संदीप दीक्षित
कांग्रेस नेता आगे कहा, ”एमसीडी में 15 साल बीजेपी ने राज किया, जिसमें 7-8 साल पीएम मोदी जी के अंदर रहा. भारत सरकार का सीधे एमसीडी में हस्तक्षेप होता है और एमसीडी केंद्र को रिपोर्ट करती है. 7-8 साल तक दिल्ली में डबल इंजन की सरकार तो चली न. भले राज्य सरकार को हटा दीजिए तो एमसीडी तो बड़ी ताकतवर है. 90 से 95 फीसदी सड़कें एमसीडी के जिम्मे है. कूड़े, नालों की सफाई एमसीडी के पास है. हरियाली, पार्क ये सभी एमसीडी के पास है.”
उन्होंने कहा कि इसमें किसी भी मापदंड पर देखें तो बीजेपी कोई भी ऐसा काम नहीं कर पाई, जिसके लिए उसकी सराहना हो. जब वो केंद्र में रहते हुए एमसीडी में काम नहीं कर पाए तो दिल्ली की सरकार में क्या कर पाएंगे? हम आशा करते हैं कि वो अच्छा काम करें.
सीएजी की रिपोर्ट को लेकर क्या बोले संदीप दीक्षित?
दिल्ली विधानसभा में सीएजी की रिपोर्ट को लेकर भी संदीप दीक्षित ने प्रतिक्रिया दी. उन्होंने कहा, ”हमने तो बार-बार कहा है कि सीएजी की सारी रिपोर्ट टेबल्ड होनी चाहिए. अरविंद केजरीवाल ने क्यों नहीं किया ये सीधी बात है. सुप्रीम कोर्ट ने खुद कहा कि इसमें भ्रष्टाचार दिखता है. जब सीएजी की रिपोर्ट विधानसभा में आती है तो जो लोक लेखा समिति है, वो उसको पहले देखती है. ये नहीं है कि कोई सीएजी की रिपोर्ट आने से एफआईआर हो जाता है.”
संदीप दीक्षित ने कहा, ”मुझे उम्मीद है कि लोक लेखा समिति इन सीएजी रिपोर्ट का गंभीरता से देखेगी. इसमें किसी भी तरह से लीपापोती कहीं न हो. कई बार हमने एलजी साहब को आगाह किया था कि कहां-कहां अरविंद केजरीवाल सरकार में गड़बड़ी थी, इसे LG साहब ने संबंधित संस्थाओं को भेजा भी है. मुझे उम्मीद थी कि इन संस्थाओं के जरिए गंभीरता से तहकीकात की जाएगी लेकिन नहीं हुई. मुझे उम्मीद है कि बीजेपी ने दिल्ली में सरकार बनाई है, इसलिए वो इन रिपोर्ट की उचित जांच करेगी.”