Republic Day 2025: गणतंत्र दिवस पर मुख्यमंत्री मोहन यादव भीमराव अंबेडकर की जन्मस्थली महू पहुंचे. उन्होंने अंबेडकर की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की. कार्यक्रम के बाद मुख्यमंत्री ने मीडिया से बात की. उन्होंने बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर के योगदान को याद करते हुए कहा कि गणतंत्र दिवस हमारे देश का सबसे महत्वपूर्ण त्योहार है. मुख्यमंत्री ने कहा कि आज का दिन हमें हमारे संविधान और लोकतंत्र की ताकत का अहसास कराता है
मुख्यमंत्री मोहन यादव ने आगे कहा कि महू, जो पंच तीर्थों में से एक है, बाबा साहेब की जन्मस्थली है और इसलिए यह एक पवित्र स्थल है. यह सिर्फ तीर्थ स्थान नहीं, बल्कि ऐतिहासिक धरोहर है जिसका महत्व तिथियों से जुड़ा है. यदि आप यहां आना चाहते हैं, तो सही तिथि पर आना चाहिए. उन्होंने ने राहुल, प्रियंका गांधी और मल्लिकार्जुन खरगे की महू यात्रा के संदर्भ में कटाक्ष किया. महू से कांग्रेस 27 जनवरी को जय बापू, जय भीम रैली की शुरुआत करने जा रही है.
मुख्यमंत्री मोहन यादव का कांग्रेस पर साधा निशाना
मुख्यमंत्री ने कहा, “बाबा साहेब के नाम पर कांग्रेसी जमकर राजनीति कर रहे हैं. ऐसे लोगों ने अंबेडकर के जीवनकाल में सबसे अधिक कष्ट पहुंचाए. बाबा साहेब को चुनाव लड़ने से रोका गया. उनका अपमान किया गया. अब वही लोग यहां राजनीतिक लाभ के लिए आ रहे हैं. सबसे पहले उन्हें अंबेडकर के साथ हुए अन्याय को याद कर माफी मांगनी चाहिए.”
‘धारा 370 हटाकर अंबेडकर के विचारों का सम्मान’
उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह की सराहना करते हुए धारा 370 का उल्लेख किया. मुख्यमंत्री ने कहा, “बाबा साहेब ने 1950 में संविधान लागू करते वक्त धारा 370 के खिलाफ अपनी असहमति जताई थी. उन्होंने इसे संविधान में जोड़ने का विरोध किया था. क्योंकि इससे हजारों लोगों की जिंदगी प्रभावित होने का खतरा था. मोदी सरकार ने धारा 370 हटाकर अंबेडकर के विचारों को सम्मान दिया है.”
महू को लोकतंत्र का पवित्र मंदिर बताते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि यहां की जनता भगवान के समान है. उन्होंने कहा कि यहां की जनता सही-गलत को पहचानती है. मुख्यमंत्री ने कहा, “मैं यहां अंबेडकर के संविधान और लोकतंत्र में उनके योगदान को याद करने आया हूं. यह हमारे लिए गर्व की बात है कि हम इस महान व्यक्ति के जन्मस्थल पर आकर उन्हें नमन कर सकते हैं.”