पंजाब के मोहाली जिले में निजी कबड्डी टूर्नामेंट के दौरान सोमवार (15 दिसंबर) शाम कबड्डी खिलाड़ी कंवर दिग्विजय सिंह (30) की गोली मारकर हत्या कर दी गई. सोहाना इलाके में पिछले कुछ दिनों से कबड्डी प्रतियोगिता आयोजित की जा रही थी. गोली लगने के बाद गंभीर रूप से घायल दिग्विजय को तुरंत फोर्टिस अस्पताल ले जाया गया. इलाज के दौरान डॉक्टरों ने खिलाड़ी ने दम तोड़ दिया.
पुलिस के अनुसार, यह वारदात उस समय हुई जब टूर्नामेंट अपने चरम पर था और मैदान दर्शकों से खचाखच भरा हुआ था. वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक हरमनदीप सिंह हंस ने बताया कि दो से तीन अज्ञात हमलावर मोटरसाइकिल पर सवार होकर आए थे और घटना को अंजाम देने के बाद मौके से फरार हो गए. पुलिस ने इलाके को घेर लिया है और सीसीटीवी फुटेज के आधार पर हमलावरों की पहचान करने की कोशिश की जा रही है.
सेल्फी लेने के बहाने खिलाड़ी को मारी गोली
चश्मदीदों ने बताया कि हमलावर खुद को दिग्विजय के प्रशंसक बताकर उनके पास पहुंचे थे. उन्होंने सेल्फी लेने के बहाने खिलाड़ी से बातचीत शुरू की और अचानक बेहद करीब से फायरिंग कर दी. गोली लगते ही दिग्विजय जमीन पर गिर पड़े. अफरा-तफरी के माहौल में हमलावरों ने दहशत फैलाने के लिए हवा में भी गोलियां चलाईं, जिससे मैदान में मौजूद लोग जान बचाकर इधर-उधर भागने लगे.
तीन साल पहले भी हो चुकी है ऐसी घटना
अस्पताल प्रशासन के मुताबिक, राणा को शाम करीब 6:05 बजे गोली लगने की हालत में लाया गया था. अस्पताल में देरी से पहुंचने तक बहुत देर हो चुकी थी. बताया जा रहा है कि इस टूर्नामेंट में पंजाबी गायक मनकीरत औलख के आने की भी चर्चा थी, जिससे सुरक्षा को लेकर सवाल और गहरे हो गए हैं. इस हत्या ने पंजाब में खेल जगत से जुड़ी पुरानी घटनाओं की यादें ताजा कर दी हैं. तीन साल पहले संदीप नागल और हाल ही में तेजा सिंह की हत्या भी इसी तरह की हिंसक वारदातों में हुई थी. एक बार फिर खुले मैदान में गोलीबारी ने राज्य की सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर प्रश्न खड़े कर दिए हैं.
भगवंत मान सरकार पर विपक्षी दलों ने बोला हमला
घटना के बाद विपक्षी दलों ने भगवंत मान सरकार पर तीखा हमला बोला है. कांग्रेस अध्यक्ष अमरिंदर सिंह राजा वडिंग और वरिष्ठ नेता प्रताप सिंह बाजवा ने इसे सरकार की घोर विफलता करार दिया. शिरोमणि अकाली दल प्रमुख सुखबीर सिंह बादल ने कहा कि अपराधियों के बढ़ते हौसले मुख्यमंत्री की अक्षमता को दर्शाते हैं. वहीं बीजेपी की पंजाब इकाई के कार्यकारी अध्यक्ष अश्वनी शर्मा ने कहा कि आज पंजाब में हालात ऐसे हो गए हैं कि कबड्डी के मैदान तक सुरक्षित नहीं बचे हैं. फिलहाल पुलिस मामले की जांच में जुटी है. इस हत्या ने पंजाब में कानून-व्यवस्था को लेकर एक बार फिर गंभीर बहस छेड़ दी है.
RB News World Latest News