महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में महायुति को मिली बड़ी सफलता मिली. महायुति ने 230 सीटों पर जीत हासिल की और देवेंद्र फडणवीस के नेतृत्व में सरकार का गठन हुआ है. अब फिर से महाराष्ट्र में निकाय चुनाव को लेकर राजनीतिक दलों ने तैयारियां शुरू कर दी है. बुधवार को पीएम मोदी मुंबई दौरे पर थे. उन्होंने महायुति के विधायकों की बैठक की. इस बैठक में उन्होंने बीजेपी, एनसीपी और शिवसेना विधायकों को कई टिप्स दिए . उन्होंने यह भी सलाह दी कि महायुति को हर गांव में डब्बा पार्टी का आयोजन करना चाहिए. मोदी की सलाह से अब महायुति की ओर से गांवों में डब्बा पार्टियां होने की संभावना है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विधायकों से अपील की कि वे महायुति के तौर पर संगठन को बढ़ाने पर ध्यान दें. पीएम मोदी ने कहा, ”महायुति में एकता बढ़ाने के लिए घटक दलों के अपने विधायकों के क्षेत्र में स्थित कार्यालयों में जाएं.’ साथ ही गठबंधन को मजबूत करने के लिए गांव-गांव डब्बा पार्टी का आयोजन करें. अपने भाषण में पीएम मोदी ने राज ठाकरे का भी जिक्र किया.
अपने विधानसभा क्षेत्र का रखें विशेष ख्याल
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विधायकों की बैठक में कांग्रेस का उदाहरण दिया. इस बारे में बात करते हुए कि कांग्रेस ने कई वर्षों तक सत्ता कैसे बरकरार रखी है, प्रधानमंत्री ने कहा कि कांग्रेस पांच साल की सड़क बनाने का वादा करती है. मानचित्र दूसरे पांच वर्ष की अवधि में दिखाया गया है. उन्होंने तीसरी पंचवर्षीय योजना पर काम शुरू करने की घोषणा की.
पीएम मोदी ने विधायकों को सलाह दी गई कि वे अपने निर्वाचन क्षेत्रों का ख्याल रखते हुए अपने स्वास्थ्य का भी ख्याल रखें. एक जन प्रतिनिधि के रूप में काम करते समय हमारा पूरा ध्यान रहता है. इसलिए मीडिया से बात करते समय सावधान रहें. मोदी ने सलाह दी, ध्यान रखें कि आपके हाथों से गलत चीजें न हों.
पीएम ने गुजरात का दिया उदाहरण
गुजरात में बीजेपी कैसे सत्ता का केंद्र चला रही है, इसका उदाहरण प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दिया. मोदी ने कहा कि कैसे बीजेपी ने गुजरात में ग्राम पंचायत, स्थानीय स्वशासन, विधानसभा, लोकसभा में एकछत्र सत्ता कायम रखी है. उन्होंने उम्मीद जताई कि महायुति महाराष्ट्र में भी इसी तरह काम करेगी.
इसके बाद नवी मुंबई में इस्कॉन मंदिर के कार्यक्रम में बोलते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि मैं सभी संतों को धन्यवाद देता हूं. मंदिर में अध्यात्म और ज्ञान के पूर्ण दर्शन होते हैं. पार्क को वृन्दावन की तर्ज पर बनाया गया है. यह मंदिर भारत की चेतना को जागृत करने वाला पुण्य का केंद्र बनेगा. इस स्थान का आध्यात्मिक संरक्षण महत्वपूर्ण है.