राष्ट्रपति भवन में मंगलवार को आयोजित भव्य समारोह में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने 69 हस्तियों को पद्म पुरस्कारों से सम्मानित किया. जिसमें 3 को पद्म विभूषण, 9 को पद्म भूषण और 57 हस्तियों को पद्मश्री से सम्मानित किया गया. महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री और लोकसभा अध्यक्ष मनोहर जोशी को मरणोपरांत दिया गया ‘पद्म विभूषण’ से नवाजा गया. यह सम्मान जोशी के बेटे ने ग्रहण किया.
President Droupadi Murmu confers Padma Bhushan in the field of Public Affairs on Dr. Manohar Joshi (Posthumous). He participated in various movements and agitations for social causes. He was passionate about environmental issues and started the “Swachha Mumbai, Harit Mumbai” pic.twitter.com/Uc0enzdt4o
— President of India (@rashtrapatibhvn) May 27, 2025
शारदा सिन्हा को मरणोपरांत पद्म विभूषण से सम्मानित
वहीं बिहार की प्रसिद्ध लोक गायिका शारदा सिन्हा को मरणोपरांत कला के क्षेत्र में पद्म विभूषण से सम्मानित किया गया. उनके बेटे ने यह पुरस्कार ग्रहण किया. कला के क्षेत्र में उनके योगदान के लिए गुजरात की कुमुदिनी रजनीकांत लाखिया को मरणोपरांत पद्म विभूषण से सम्मानित किया गया। उनकी ओर से यह पुरस्कार उनके पोते ने ग्रहण किया. आचार्य किशोर कुणाल को सिविल सेवा के क्षेत्र में उनके योगदान के लिए मरणोपरांत पद्मश्री से सम्मानित किया गया. उनके बेटे सायन कुणाल ने उनकी ओर से यह पुरस्कार प्राप्त किया.
ये लोग भी हुए सम्मानित
साध्वी ऋतंभरा को सामाजिक कार्य के क्षेत्र में उनके योगदान के लिए पद्म भूषण सम्मान दिया गया. साहित्य और शिक्षा के क्षेत्र में योगदान के लिए बिबेक देबरॉय को राष्ट्रपति मरणोपरांत पद्म भूषण से सम्मानित किया है. उनकी पत्नी ने उनकी ओर से यह पुरस्कार प्राप्त किया. बिबेक देबरॉय एक अर्थशास्त्री थे, जिन्होंने प्रधानमंत्री की आर्थिक सलाहकार परिषद के अध्यक्ष के रूप में कार्य किया और वो उल्लेखनीय कार्यों के लेखक भी हैं.
25 जनवरी, 2025 को 76वें गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर देश के नागरिक पुरस्कारों – पद्म विभूषण, पद्म भूषण और पद्मश्री के लिए कुल 139 प्रतिष्ठित व्यक्तियों के नामों की घोषणा की गई थी. मंगलवार को राष्ट्रपति भवन में आयोजित इस समारोह में उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह सहित तमाम लोग मौजूद थे.