हिमाचल प्रदेश में कंगना रनौत के घर के बिजली के बिल को लेकर सियासत गरमा गई है. राज्य के पीडब्ल्यूडी मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने कंगना पर पलटवार करते हुए कहा कि वह समय पर बिजली का बिल नहीं देती हैं. वो जानबूझकर इसमें शरारत करती हैं, फिर सरकार को कोसती हैं.
राज्य में बढ़े बिजली की दरों पर कंगना की आलोचना
बीते दिनों हिमाचल प्रदेश में बढ़े हुए बिजली बिलों को लेकर कंगना ने कांग्रेस सरकार की जमकर आलोचना की. उनका ये वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. कंगना ने कहा मुझे मनाली में अपने घर के लिए एक महीने का 1 लाख रुपये का बिजली बिल मिला है. मैं वहां रहती भी नहीं हूं. ये राज्य की बहुत ही दयनीय स्थिति है.
मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि अपने फेसबुक अकाउंट पर पलटवार करते हुए लिखा कि मोहतरमा बड़ी शरारत करती है. बिजली का बिल नहीं भरती है, फिर मंच पर सरकार पर आरोप लगाती हैं, ऐसा कैसा चलेगा? मंडी में एक सभा को संबोधित करते हुए कंगना ने कहा था कि अगर विक्रमादित्य सिंह राजा बाबू हैं, तो मैं भी रानी हूं. पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह और राज्य कांग्रेस प्रमुख प्रतिभा सिंह के बेटे सिंह पूर्ववर्ती रामपुर एस्टेट के वंशज हैं.
उन्होंने कहा कि बिजली का बिल जो पहले 5,000 रुपये था, वह बढ़कर 80,000 रुपये हो गया है. कंगना ने सवाल भी पूछा कि क्या वह अपने घर में कोई कारखाना चला रही हैं. इस पर बिजली कंपनी एचपीएसईबी ने कहा कि 90,384 रुपये की राशि के बिल दो महीने, जनवरी और फरवरी के थे 32,287 रुपये का बकाया है.
बिजली कंपनी ने बताया कि घर का कनेक्टेड लोड 94.82 किलोवाट है, जो एक सामान्य घर के औसत बिजली लोड से 1,500 प्रतिशत ज्यादा है. कंपनी ने बताया कि कंगना ने अक्टूबर से दिसंबर तक के अपने बिलों का समय पर भुगतान नहीं किया.