गाजा और इजराइल के बीच युद्ध को चलते हुए 8 महीने से ज्यादा का समय हो गया है. 7 अक्टूबर को यह युद्ध तब शुरू हुआ था जब हमास ने इजराइल पर हमला कर दिया था. जिसके बाद इजराइल ने लगातार गाजा पर जवाबी हमले किए. साथ ही हमास और इजराइल दोनों ने ही एक दूसरे के नागरिकों को बंधी बना रखा है.
जानकारी सामने आई है कि इजराइल ने 55 फिलिस्तीनी कैदियों को रिहा किया है. एक फिलिस्तीनी स्वास्थ्य अधिकारी ने जानकारी देते हुए कहा कि इजराइल ने गाजा से बंधक बनाए हुए 55 फिलिस्तीनियों को रिहा कर दिया है, कैदियों में गाजा के अल-शिफा अस्पताल के डायरेक्टर भी शामिल हैं.
अस्पताल के डायरेक्टर भी रिहा
गाजा के अल-शिफा अस्पताल के डायरेक्टर मोहम्मद अबू सेलमिया को नवंबर में इजराइल ने तब हिरासत में लिया था जब इजराइल ने अल-शिफा अस्पताल पर छापा मारा था. इजराइली सेना ने अस्पताल पर छापा मारने की वजह बताते हुए कहा था कि उस का अनुमान था कि हमास अस्पताल का इस्तेमाल कर रहा है और हमास अस्पताल में सुरंग बना रहा. हालांकि, इन आरोपों से अबू सेलमिया और अस्पताल के अन्य कर्मचारियों ने इनकार किया.
इजराइल के दक्षिणी गाजा में मौजूद नासिर अस्पताल पर भी इजराइल ने छापा मारा था. नासिर अस्पताल के डायरेक्टर नाहेध अबू ताएमा का कहना है कि, अबू सेलमिया गाजा से सोमवार को रिहा किए गए 55 फिलिस्तीनी बंदियों में से एक थे. नाहेध अबू ताएमा ने कहा कि 55 बंधको में सिर्फ पांच बंधको को ही नासिर अस्पताल ले जाया गया, बाकी सब को दीर अल-बलाह में अल-अक्सा शहीद अस्पताल ले जाया गया.
इजराइल ने अस्पताल में मारा छापा
इजराइल ने गाजा में मौजूद अस्पतालों में यह कह कर छापा मारा कि हमास और अन्य आतंकवादी समूह अस्पतालों में शरण लेते हैं और हमास अस्पताल को सैन्य उद्देश्यों के लिए इस्तेमाल करता है. जबकि इजराइल के इन आरोपों पर फ़िलिस्तीनी स्वास्थ्य अधिकारियों का कहना है कि इजरायली छापे ने कई अस्पतालों को बंद करने और सेवाओं को कम करने के लिए मजबूर किया है, जिससे नागरिकों को इलाज नहीं मिल पाया.
रोजाना शारीरिक-मानसिक अपमान हुआ
अपनी रिहाई के बाद अल-शिफा अस्पताल के डायरेक्टर अबू सेलमिया ने इजरायली अधिकारियों पर फिलिस्तीनी बंधकों के साथ दुर्व्यवहार करने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि बंधकों को रोजाना शारीरिक और मानसिक अपमान का सामना करना पड़ता है. हालांकि, अबू सेलमिया ने जो आरोप लगाए उन से इजरायली अधिकारियों ने सीधे तौर पर इनकार कर दिया है.