पाकिस्तान के पेशावर में एक विमान यात्री में मंकी पॉक्स (एमपॉक्स) वायरस की पुष्टि होने के बाद देश में ‘एमपॉक्स’ के मामलों की संख्या बढ़कर पांच हो गई है, जबकि कराची में घातक वायरस का एक संदिग्ध मामला सामने आया है. स्वास्थ्य अधिकारियों ने शनिवार को यह जानकारी दी.
उत्तर-पश्चिमी प्रांत खैबर पख्तूनख्वा के सार्वजनिक स्वास्थ्य निदेशक डॉ. इरशाद अली ने कहा कि एयरपोर्ट पर चिकित्साकर्मियों ने गुरुवार को जेद्दा से लौटे दो यात्रियों में ‘एमपॉक्स’ के लक्षण पाए और उनमें से केवल एक में एमपॉक्स वायरस की पुष्टि हुई.
संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए उपाय
पुष्टि किए गए मामले में ओरकजई का 51 वर्षीय व्यक्ति शामिल है, जिसकी हालत स्थिर बताई गई है और उसे उपचार के लिए पेशावर स्थित एक अस्पताल भेजा गया है. डॉ. इरशाद ने कहा कि हम स्थिति पर करीबी नजर रख रहे हैं और संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए सभी आवश्यक उपाय कर रहे हैं. इस बीच, 32 साल के एक व्यक्ति में एमपॉक्स जैसे लक्षण दिखने के बाद उसे कराची के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया.
यूनिसेफ ने इमरजेंसी टेंडर किया जारी
यूनिसेफ ने एमपॉक्स टीकों की खरीद के लिए एक इमरजेंसी टेंडर जारी करने का एलान किया है. यूनिसेफ टेंडर का लक्ष्य अफ्रीका सीडीसी, गावी, वैक्सीन एलायंस, डब्ल्यूएचओ, पैन अमेरिकन हेल्थ ऑर्गनाइजेशन और अन्य भागीदारों के सहयोग से सबसे अधिक प्रभावित देशों के लिए एमपॉक्स टीके सुरक्षित करना है.
लक्षण दिखने पर तुरंत लें डॉक्टर की सलाह
पाकिस्तानी प्रधानमंत्री के हेल्थ कोऑर्डिनेटर डॉ. मुख्तार अहमद ने जनता से अपील की है कि अगर उनके परिवार में किसी व्यक्ति को यात्रा के बाद एमपॉक्स के लक्षण दिखाई देते हैं तो वह तुरंत घर के लोगों से अलग रहें. साथ ही तुरंत डॉक्टर से संपर्क कर उसके निर्देशों का पालन करें. उन्होंने कहा कि लक्षण दिखने में 10 से 15 दिन का समय लग सकता है. मरीज के साथ बहुत अधिक वक्त बिताने से संक्रमण फैलता है. बेहतर होगा कि मरीज को क्वारंटाइन कर दिया जाए.