वक्फ कानून को लेकर देशभर में बहस छिड़ी हुई है। विपक्षी नेता और कई मुस्लिम बोर्ड बिल पर सवाल उठा रहे हैं और जगह-जगह विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। इसी क्रम में आज ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड वक्फ बचाओ मुहिम चलाएगा जो आज 10 अप्रैल से 7 जुलाई तक चलेगा। इसके तहत कई कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। हर जिला मुख्यालय पर धरना होगा, डीएम के जरिए राष्ट्रपति को ज्ञापन भेजा जाएगा और देश के बड़े 50 शहरों में प्रेस कॉन्फ्रेंस की जाएगी।
इसके साथ-साथ कोलकाता में भी जमीयत-उलेमा-ए हिंद के तरफ से प्रदर्शन होगा तो बिल के समर्थन में आज बीजेपी भी उतर रही है। आज से मुंबई में बीजेपी, मुस्लिम इलाकों में संवाद यात्रा शुरू कर रही है जिसके तहत वक्फ कानून को मुसलमानों को समझाया जाएगा और धन्यवाद मोदी का एक फॉर्म भरावाया जाएगा। अब आपको सिलसिलेवार तरीके से बताते हैं कि बोर्ड ने वक्फ कानून के विरोध में क्या तैयारी की है।
वक्फ एक्ट के खिलाफ AIMPLB की तैयारी-
- 10 अप्रैल से 7 मई तक विरोध का पहला दौर।
- आज से ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड वक़्फ़ बिल के विरोध में धरना-प्रदर्शन तेज करेगा।
- “वक़्फ़ बचाओ मुहिम” के पहले दौर का आगाज आज से 7 जुलाई तक चलेगा।
- सभी प्रदेशों की राजधानियों में धरना और गिरफ्तारी कार्यक्रम होगा।
- जुम्मे की नमाज के बाद लोग ह्यूमन चेन बनाकर विरोध करेंगे।
- बोर्ड की तरफ से कहा गया है कि ये मुहिम शाह बानो मामले की तरह शहर से लेकर गांव तक चलाई जाएगी।
- 22 अप्रैल को दिल्ली के तालकटोरा स्टेडियम में वक्फ की हिफाज़त के नाम पर प्रोग्राम होगा।
- 30 अप्रैल की रात 9 बजे घर, फैक्ट्री, दफ्तर में ब्लैक आउट।
- देश के बड़े 50 शहरों में प्रेस कॉन्फ्रेंस की जाएगी, साथ ही सभी बड़े शहरों में बुद्धिजीवी समाज के साथ मीटिंग की जाएगी।
- बोर्ड की महिला विंग अलग-अलग जगह पर प्रोग्राम करेगी।
- 7 मई को दिल्ली के रामलीला मैदान में बड़ा कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा।
मु्स्लिम बोर्ड ने लोगों से की अपील
ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड किस कदर विरोध करने वाला है उसका अंदाजा इस बात से लगा सकते हैं कि उन्हें गिरफ्तारी तक का डर नहीं है क्योंकि बोर्ड खुद प्रदेशों की राजधानियों में धरना और गिरफ्तारी कार्यक्रम चलाएगा। जुम्मे की नमाज के बाद लोग ह्यूमन चैन बनाकर या दूसरे तरीके से अपना विरोध दर्ज कराएंगे। इतना ही नहीं बोर्ड ने लोगों से अपील की है कि 30 अप्रैल की रात 9 बजे लोग अपने घर फैक्ट्री, ऑफिस की लाइट बंद करके आधे घंटे के लिए अपना विरोध दर्ज कराएं। हर जिला मुख्यालय पर धरना देकर डीएम के जरिए राष्ट्रपति को ज्ञापन भेजा जाए।
50 बड़े शहरों में प्रेस कॉन्फ्रेंस
दिल्ली मुंबई हैदराबाद, रांची, लखनऊ, अहमदाबाद जैसे 50 बड़े शहरों में प्रेस कॉन्फ्रेंस की जाएगी। महिलाओं को जागरूक करने के लिए भी ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड की महिला विंग काम करेगी। वहीं कोलकाता के राम लीला मैदान में भी आज से जमीयत-ए-उलेमा-ए-हिंद वक्फ कानून के खिलाफ प्रदर्शन करेगा। ये प्रोटेस्ट ममता सरकार के मंत्री सिद्दीकुल्लाह चौधरी के नेतृत्व में होगा।
वक्फ एक्ट से डरने की जरूरत नहीं- ममता बनर्जी
दरअसल, सीएम ममता बनर्जी भी वक्फ बिल का लगातार विरोध कर रही हैं। उन्होंने कहा कि बंगाल के मुसलमानों को वक्फ एक्ट से डरने की जरूरत नहीं है क्योंकि वो इस कानून को बंगाल में लागू ही नहीं होने देंगी। ममता बनर्जी मुसलमानों को न डरने की सलाह दे रही हैं तो राहुल गांधी वक्फ एक्ट को लेकर माइनॉरिटीज को डरा रहे हैं। अहमदाबाद में कांग्रेस अधिवेशन में राहुल गांधी ने कहा कि अभी वक्फ एक्ट लाया गया है लेकिन इसके बाद बीजेपी और RSS की नजर चर्च और गुरुद्वारों की प्रॉपर्टी पर है। हालांकि बीजेपी का कहना है कि विपक्ष सिर्फ मुसलमानों को गुमराह कर रहा है।
बिल से बड़ा तबका नाराज- उमर अब्दुल्ला
जम्मू-कश्मीर में भी वक्फ एक्ट को लेकर घमासान मचा है। मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला का कहना है कि वक्फ बिल को लेकर यहां के लोग नाराज हैं जिस वजह से सदन की कार्यवाही पर भी असर पड़ रहा है ऐसे में पार्टी बिल के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट तक जाएगी।
‘धन्यवाद मोदी’ का फॉर्म भरवाएगी बीजेपी
वक्फ एक्ट का विरोध करने में विपक्ष ने एड़ी-चोटी का जोर लगा दिया है लेकिन बीजेपी भी पीछे नहीं है। आज से बीजेपी अल्पसंख्यक मोर्चा मुंबई में वक्फ कानून को लेकर मुस्लिम इलाकों में संवाद यात्रा शुरू कर रहा है जिसमें वक्फ कानून को मुसलमानों को ठीक से समझाया जाएगा, उनके हर सवालों का जवाब दिया जाएगा और समाधान होने पर धन्यवाद मोदी का एक फॉर्म भरवाया जाएगा।
एक तरफ विपक्ष और तमाम मौलानाओं का कहना है देश के मुसलमान इस बिल को मंजूर नहीं करेंगे वो इसके खिलाफ हर मोर्चे पर लड़ेंगे। चाहे गोली खानी पड़े या जेल जाना पड़े। दूसरी ओर पीएम मोदी समेत बीजेपी के नेता बिल के फायदे गिनाने में लगे हैं। ऐसे में देखना होगा कि मुसलमानों को समझाने की जंग कौन जीतता है।
वक्फ बिल को मिली मंजूरी
बता दें कि वक्फ संशोधन बिल विपक्ष के विरोध और हंगामे के बीच दोनों संसद के पारित हो चुका है। साथ ही राष्ट्रपति भी इसको मंजूरी दे चुकी हैं। राज्यसभा में इसके पक्ष में 128 और विपक्ष में 95 वोट पड़े. लोकसभा में इसके पक्ष में 288 और विपक्ष में 232 वोट पड़े थे। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने 5 अप्रैल को वक्फ (संशोधन) विधेयक, 2025 को अपनी मंजूरी दे दी थीं। इसी के बाद अब मुस्लिम लॉ बोर्ड इसका विरोध कर रहा है।