पूर्व पीएम मनमोहन सिंह के निधन पर अखिलेश और ओवैसी ने जताया शोक, जानिए कैसे किया याद
पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के निधन पर देश भर में शोक की लहर फैल गई है। पीएम मोदी समेत देश के तमाम नेताओं ने शोक व्यक्त किया है। इसी कड़ी में ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी और समाजवादी पार्टी के सुप्रीमो अखिलेश यादव ने भी मनमोहन सिंह के निधन पर शोक जताया है।
शानदार प्रधानमंत्रियों में से एक थे मनमोहन सिंह
अखिलेश यादव ने कहा कि डॉक्टर मनमोहन सिंह को भारत के सबसे शानदार प्रधानमंत्रियों में से एक के रूप में याद किया जाएगा। वित्त मंत्री और प्रधानमंत्री, दोनों के तौर पर सिंह के निर्णय से भारत की अर्थव्यवस्था को मजबूती मिली। उन्होंने कहा, “आज जितनी भी प्रगति हम देखते हैं उनमें से कई डॉक्टर मनमोहन सिंह द्वारा शुरू किए गए सुधारों की वजह से हैं। आर्थिक और बाजार संबंधी नीतियों में उनके साहसिक कदम ने भारत को वैश्विक मंच पर अन्य देशों के बराबर खड़ा करने की नींव रखी।”
अखिलेश यादव ने मनमोहन सिंह के ज्ञान और व्यवहारिकता दोनों के अनूठे मेल की सराहना करते हुए कहा कि वह एक शानदार अर्थशास्त्री और विचारशील नेता थे। उन्हें कम बोलने के लिए जाना जाता है, लेकिन उनके निर्णय उनके ज्ञान और दूरदृष्टि का बखान करते हैं। उनके कार्यकाल में विभिन्न क्षेत्रों में उल्लेखनीय बदलाव आए। सपा प्रमुख ने कहा, “पूरा देश उनके निधन से दुखी है। लोग उनके भाषणों को याद कर रहे हैं। उन्हें भारत के सबसे शानदार प्रधानमंत्रियों में से एक के तौर पर याद किया जाएगा।” यादव ने कहा, ‘‘मनमोहन सिंह भले ही अब इतिहास के पन्नों में चले गए हैं, लेकिन उनका योगदान जीवित रहेगा। उन्हें हमेशा एक ऐसे नेता के रूप में याद किया जाएगा जिसने इस राष्ट्र के कल्याण को प्राथमिकता दी और बेजोड़ समर्पण के साथ काम किया।
हाशिए के लोगों का उत्थान करने वाले प्रधानमंत्री के रूप में याद किए जाएंगे: ओवैसी
असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को एक ऐसे प्रधानमंत्री के रूप में याद किया जाएगा जिन्होंने ‘‘अल्पसंख्यकों और पिछड़ा वर्ग समेत हाशिए पर पड़े लोगों’’ के उत्थान के लिए गंभीर प्रयास किए। सिंह के निधन पर शोक व्यक्त करते हुए उन्होंने कहा कि विभाजन की पीड़ा झेलने वाले दिवंगत नेता की कहानी प्रेरक है जो साधारण पृष्ठभूमि से ताल्लुक रखने के बावजूद अपनी मेहनत और लगन से भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के गवर्नर, वित्त मंत्री और प्रधानमंत्री पद तक पहुंचे।
उन्होंने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, ‘‘मैं उन्हें हमेशा ऐसे एकमात्र प्रधानमंत्री के रूप में याद रखूंगा, जिन्होंने अल्पसंख्यकों और पिछड़े वर्गों सहित भारत में हाशिए पर पड़े लोगों के उत्थान के लिए ईमानदारी से प्रयास किए। उनके परिवार, दोस्तों और सहकर्मियों के प्रति मेरी संवेदनाएं।’’ भारत के आर्थिक सुधारों के जनक माने जाने वाले सिंह का बृहस्पतिवार को नयी दिल्ली स्थित अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) में निधन हो गया। वह 92 वर्ष के थे।
मनमोहन सिंह को श्रद्धांजलि देने के लिए होगी CWC की बैठक, पार्टी मुख्यालय से शुरू होगी अंतिम यात्रा
देश के पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की अंतिम यात्रा कल सुबह पार्टी मुख्यालय से शुरू होगी। इसकी जानकारी कांग्रेस के संगठन महासचिव के वेणुगोपाल ने दी है। वहीं कांग्रेस की शीर्ष नीति निर्धारण कांग्रेस इकाई कार्य समिति (सीडब्ल्यूसी) की आज एक बैठक होगी जिसमें पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को श्रद्धंजलि दी जाएगी। मनमोहन सिंह का पार्थिव शरीर शनिवार सुबह पार्टी मुख्यालय में लोगों के अंतिम दर्शन के लिए रखा जाएगा और फिर वहीं से उनकी अंतिम यात्रा भी शुरू होगी।
कल सुबह 9. 30 बजे शुरू होगी अंतिम यात्रा
कांग्रेस के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल ने ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, ‘‘पूर्व प्रधानमंत्री डॉ.मनमोहन सिंह जी को श्रद्धांजलि देने के लिए आज शाम 5. 30 बजे कांग्रेस मुख्यालय में सीडब्ल्यूसी सदस्यों, स्थायी और विशेष आमंत्रित सदस्यों की बैठक बुलाई जा रही है।’’ उन्होंने बताया, ‘‘मनमोहन सिंह जी का पार्थिव शरीर आज उनके आवास 3, मोतीलाल नेहरू मार्ग पर रखा जाएगा ताकि लोग वहां पहुंचकर अंतिम दर्शन कर सकें। कल, 28 दिसंबर को सुबह 8 बजे, उनके पार्थिव शरीर को एआईसीसी मुख्यालय लाया जाएगा और जनता तथा कांग्रेस कार्यकर्ता कल सुबह 8.30 से 9. 30 बजे के बीच उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित कर सकेंगे।’’ उन्होंने कहा कि सिंह की अंतिम यात्रा एआईसीसी मुख्यालय से श्मशान घाट तक के लिए कल सुबह 9. 30 बजे शुरू होगी। मनमोहन सिंह का बृहस्पतिवार रात निधन हो गया था। वह 92 वर्ष के थे।
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने बृहस्पतिवार रात पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह के आवास पर जाकर उन्हें श्रद्धांजलि दी। वर्ष 2004 से वर्ष 2014 तक दो बार प्रधानमंत्री रहे सिंह का दिल्ली के अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) में निधन हो गया। खरगे और राहुल गांधी दोनों ही कांग्रेस कार्य समिति (सीडब्ल्यूसी) की बैठक में भाग लेने के लिए कर्नाटक के बेलगावी गए थे और मनमोहन सिंह के निधन की खबर आने के तुरंत बाद वे दिल्ली आ गए।
मैंने एक संरक्षक और मार्गदर्शक खो दिया-राहुल
राहुल गांधी ने पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के निधन पर दुख जताया और कहा कि उन्होंने अपना एक संरक्षक और मार्गदर्शक खो दिया है। मनमोहन सिंह का बृहस्पतिवार को निधन हो गया। वह 92 साल के थे। राहुल गांधी ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, ‘‘ मनमोहन सिंह जी ने असीम बुद्धिमत्ता और निष्ठा के साथ भारत का नेतृत्व किया। उनकी विनम्रता और अर्थशास्त्र की गहरी समझ ने देश को प्रेरित किया। श्रीमती कौर और परिवार के प्रति मेरी गहरी संवेदना।’’ उन्होंने कहा, ‘‘मैंने एक संरक्षक और मार्गदर्शक खो दिया है। हममें से लाखों लोग जो उनके प्रशंसक थे, उन्हें अत्यंत गर्व के साथ याद करेंगे।’’
बिजनेस मैन रॉबर्ट वाड्रा पूर्व पीएम मनमोहन सिंह के निधन पर काफी भावुक हो श्रद्धांजलि दी
भारत के पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह का गुरुवार को निधन हो गया। वह 92 साल के थे। पूर्व पीएम मनमोहन सिंह के निधन से शोक की लहर है। हर कोई मनमोहन सिंह को याद कर रहा है। मनमोहन सिंह के निधन पर बिजनेसमैन रॉबर्ट वाड्रा ने गहरा दुख जताया है।
कभी धर्म की राजनीति नहीं की
रॉबर्ड वाड्रा ने मनमोहन सिंह को याद करते हुए बताया कि मनमोहन सिंह कितने सरल स्वभाव के थे? वह कितने आसानी से सभी से बात करते थे? रॉबर्ट वाड्रा ने कहा कि पूर्व पीएम मनमोहन सिंह ने जिस तरीके से 10 साल देश चलाया, उन्होंने कोई धर्म की राजनीति नहीं की। मनमोहन सिंह ने अपने कार्यकाल में गलत तरीके से जांचे एजेंसियों का इस्तेमाल नहीं किया।
आज के नेताओं को मनमोहन सिंह से सीखना चाहिए
मनमोहन सिंह को याद करते हुए रॉबर्ट वाड्रा ने कहा, ‘वो सबको साथ लेकर चलते थे। आज के जो नए राजनेता हैं, उन्हें यह मनमोहन सिंह जी से सीखना चाहिए कि वह कैसे इतने बुजुर्ग होने के बाद भी संसद में जाते थे।’
प्रियंका और राहुल गांधी ने बहुत कुछ सीखा
रॉबर्ट वाड्रा ने कहा, ‘प्रियंका और राहुल गांधी ने भी अपनी दादी (इंदिरा गांधी) और मनमोहन सिंह जी से भी बहुत कुछ सीखा है। एक साधारण आदमी ही लोगों का दुख-दर्द समझ सकता है।’
मनमोहन सिंह जी ने बहुत समझाया- रॉबर्ट वाड्रा
इसके साथ ही रॉबर्ट वाड्रा ने कहा, ‘मुझे भी जब एक समय पर बहुत कुछ बोला गया, तब मनमोहन सिंह जी ने ही मुझे समझाया था। उनकी बात को मैं समझ कर आगे बड़ा। उनका जाना, मैं उन्हें अपने पर्सलन मैटर के रूप में देखता हूं।’
पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के निधन पर RSS ने जताया शोक, कहा-उनके योगदान को हमेशा याद रखेगा भारत
देश के पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के निधन पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) ने भी शोक जताया है। आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत और इसके महासचिव दत्तात्रेय होसबाले ने पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के निधन पर शोक व्यक्त करते हुए कहा कि भारत के लिए उनके योगदान को हमेशा याद रखा जाएगा। उन्होंने एक संयुक्त बयान में कहा, ‘‘पूर्व प्रधानमंत्री एवं देश के वरिष्ठ नेता डॉ.मनमोहन सिंह के निधन से पूरा देश अत्यंत दुखी है। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ उनके परिवार एवं प्रियजनों तथा अनगिनत प्रशंसकों के प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त करता है।’’
बयान में कहा गया कि सिंह साधारण पृष्ठभूमि से आते थे, बावजूद इसके उन्होंने देश के सर्वोच्च पद को सुशोभित किया। उन्होंने बयान में कहा, ‘‘प्रसिद्ध अर्थशास्त्री डॉ.सिंह के भारत के लिए योगदान को हमेशा याद रखा जाएगा। हम ईश्वर से दिवंगत आत्मा को सद्गति प्रदान करने की प्रार्थना करते हैं।’’
भारत में आर्थिक सुधारों के जनक मनमोहन सिंह का बृहस्पतिवार रात को दिल्ली के अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) में निधन हो गया। वह 92 वर्ष के थे। कांग्रेस नेता सिंह 2004 से 2014 तक, 10 वर्ष देश के प्रधानमंत्री रहे और उससे पहले उन्होंने वित्त मंत्री के रूप में देश के आर्थिक ढांचे को मजबूत करने में मदद की। वह वैश्विक वित्तीय और आर्थिक क्षेत्रों में एक प्रसिद्ध नाम थे।
पीएम मोदी ने राष्ट्र की बड़ी क्षति बताया
इसे पहले प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के निधन को राष्ट्र के लिए एक बड़ी क्षति बताया है। उन्होंने कहा कि साधारण पृष्ठभूमि से आने के बावजूद वह देश के कुछ सबसे महत्वपूर्ण पदों पर पहुंचे। पीएम मोदी ने एक प्रतिष्ठित सांसद के रूप में उनकी सराहना करते हुए कहा कि सिंह का जीवन उनकी ईमानदारी और सादगी का प्रतिबिंब है। प्रधानमंत्री ने सुधारों के प्रति सिंह की प्रतिबद्धता पर जोर देते हुए कहा कि देश के विकास में उनके योगदान को हमेशा याद रखा जाएगा।
उन्होंने कहा कि मनमोहन सिंह का जीवन भविष्य की पीढ़ियों के लिए हमेशा एक सीख के रूप में काम करेगा कि कैसे कोई व्यक्ति अभावों और संघर्षों से ऊपर उठकर सफलता की ऊंचाइयों को प्राप्त कर सकता है। मनमहोन सिंह वित्त मंत्री और दो बार देश के प्रधानमंत्री रहे।
पूर्व पीएम डॉ. मनमोहन सिंह के निधन पर रूस ने जताया गहरा शोक, द्विपक्षीय संबंधों में योगदान के लिए किया याद
पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह के निधन पर भारत से लेकर दुनिया भर में शोक व्यक्त किया जा रहा है। कई देशों की ओर से भी पूर्व प्रधानमंत्री को लगातार श्रद्धांजलि और शोक संदेश भेजे जा रहे हैं। इस कड़ी में रूस ने भी पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह के निधन पर शोक व्यक्त किया है। भारत में रूस के राजदूत डेनिस अलीपोव ने गहरा शोक जाहिर किया है। उन्होंने कहा कि डॉ. मनमोहन का निधन होना भारत और रूस के लिए अत्यंत दुःख और शोक का क्षण है।
उन्होंने भारत और रूस के द्विपक्षीय संबंधों को मजबूती देने के लिए डा. मनमोहन सिंह के योगदान को भी याद किया है। रूस के राजदूत ने कहा कि हमारे द्विपक्षीय संबंधों में डॉ. मनमोहन सिंह का योगदान अतुलनीय था। रूसी राजदूत ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री का सौम्य व्यवहार हमेशा प्रिय था, क्योंकि एक अर्थशास्त्री के रूप में उनकी विशेषज्ञता और भारत की प्रगति के प्रति उनकी प्रतिबद्धता निर्विवाद थी। हमारी संवेदनाएँ और प्रार्थनाएँ डॉ. मनमोहन सिंह जी के परिवार और भारतीय लोगों के साथ हैं। ॐ शांति