8 फरवरी को दिल्ली में बीजेपी को पूर्ण बहुमत हासिल हो गया लेकिन अभी तक ये साफ नहीं हो पाया है कि सीएम कौन होगा. नया सीएम मिलने में चार दिन और लग सकते हैं. इस बीच मुख्यमंत्री पद के फैसले को लेकर एक फॉर्मूला सामने आया है. इसी फॉर्मूले के अंदर दिल्ली का नया मुख्यमंत्री ढूंढा जा रहा है.
क्या है दिल्ली में सीएम चुनने के P वाला फॉर्मूला?
पी से प्रवेश और पी से पूर्वांचल, क्या इन दोनों ‘पी’ के बीच दिल्ली में सत्ता की कुर्सी फंसी हुई है? अलग अलग तरह की पॉलिटिकल गॉशिप हैं. कभी किसी का नाम चर्चा में आगे होता है तो कभी कोई और नाम चर्चा में आ जाता है. बीजेपी हमेशा से सीएम की कुर्सी का सस्पेंस बढ़ाती रही है. दिल्ली में भी यही होता दिख रहा है.
इन चर्चाओं के बीच बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा और दिल्ली बीजेपी अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा की मुलाकात हुई है. तस्वीरें सोशल मीडिया पर जारी हुई है. ये बात जाहिर है कि सीएम के नाम पर फाइनल मुहर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लगाएंगे लेकिन जब बड़े नेता मिलते हैं तो कुछ न कुछ चर्चा जरूर होती है. वीरेंद्र सचदेवा और जेपी नड्डा की मुलाकात इसलिए अहम है क्योंकि इस मुलाकात से पहले मंगलवार की रात गृह मंत्री अमित शाह के साथ जेपी नड्डा की घंटे भर तक चर्चा हुई.
पीएम के विदेश से लौटने के बाद विधायक दल की बैठक
सूत्र बता रहे हैं कि प्रधानमंत्री के विदेश से लौटने के बाद बीजेपी विधायक दल की बैठक होगी. यानी 16 फरवरी तक सिर्फ गॉशिप का बाजार गर्म रहने वाला है. सूत्र बता रहे हैं कि विधायक दल की बैठक 16 फरवरी के बाद ही होगी. पॉलिटिकल कॉरिडोर में चर्चा इस बात की हो रही है कि बीजेपी बहुमत के बाद जब जब सरकार बनाने में देरी करती है तब चौंकाती है.
बीजेपी ने सीएम फेस पर कब-कब चौंकाया?
2023 में बीजेपी एमपी में बंपर सीट जीतकर आई थी. शिवराज सिंह चौहान का सीएम बनना तय लग रहा था. लेकिन बीजेपी ने चौंका दिया. 3 दिसंबर 2023 को नतीजे आए थे. बीजेपी ने वहां हफ्ते भर तक सोच विचार किया. 11 दिसंबर को शिवराज सिंह चौहान की जगह मोहन यादव को सीएम चुनकर बीजेपी ने चौंका दिया. ऐसा ही फैसला बीजेपी ने तब राजस्थान में भी लिया नतीजों के 9 दिन बाद 12 दिसंबर को मीटिंग की और वसुंधरा राजे की जगह भजनलाल शर्मा को सीएम बना दिया. छत्तीसगढ़ में भी नतीजों के 7 दिन बाद 10 दिसंबर को विधायक दल की बैठक बुलाई और रमन सिंह के नाम की जगह विष्णुदेव साय को नेता चुन लिया.
अरविंद केजरीवाल को चुनौती देने वाले चेहरे पर जोर?
दिल्ली में चूंकि बीजेपी 26 साल बाद सरकार बनाने जा रही है इसलिए कई दावेदार हैं. कई तरह के नाम चर्चा में हैं. बीजेपी को दिल्ली में सरकार चलाने के लिए ऐसा नेता चाहिए जो दिल्ली की राजनीति में अवरिंद केजरीवाल को चुनौती दे सके. दिल्ली में फिलहाल नाम तय होने से पहले बैठकों का दौर चल रहा है. दिल्ली की राजनीति करने वाले नेता और प्रभारी मंथन कर रहे हैं. जिन लोगों का नाम सोशल मीडिया पर घूम रहा है वो लोग चुप्पी साधे हुए हैं.