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No smoking day: WHO की रिपोर्ट के मुताबिक, स्मोकिंग से हर साल साल 80 लाख से ज्यादा लोगों की मौत होती, आइए जानते हैं उन टाॅप देशों के बारे में जहां धूम्रपान को लेकर सख्त कानून

अमूमन लोगों का मानना है कि धूम्रपान से केवल स्मोक करने वालों को ही खतरा है. लेकिन ऐसा नहीं है. वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन (WHO) की रिपोर्ट की मानें तो स्मोकिंग हर साल साल 80 लाख से ज्यादा लोगों की जान ले लेती है. इनमें से 13 लाख वो लोग थे जो खुद स्मोक नहीं करते लेकिन सेकंड हैंड स्मोक यानी धुएं के संपर्क में आने से उनकी सेहत बिगड़ती है. स्मोकिंग से जुड़ी जागरूकता फैलाने और लोगों को धूम्रपान छोड़ने के लिए प्रेरित करने के लिए हर साल मार्च महीने के दूसरे बुधवार को नो स्मोकिंग डे मनाया जाता है. इस साल यह दिवस 13 मार्च को मनाया जा रहा है.

सेंटर्स फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन (सीडीसी) के मुताबिक, सिगरेट पीने से बॉडी के लगभग सभी अंगों को नुकसान पहुंचता है. स्मोकिंग की आदत से सांस लेने में दिक्कत होने से लेकर जानलेवा कैंसर के होने का खतरा भी रहता है. स्मोकिंग के खतरे को ध्यान में रखकर कई देशों ने अपने यहां कड़े कानून पास किए हैं. आइए जानते हैं उन शीर्ष देशों के बारे में जहां धूम्रपान को लेकर सख्त कानून हैं.

आयरलैंड

29 मार्च, 2004 को आयरलैंड दुनिया का पहला ऐसा देश बना था जिसने वर्कप्लेस पर इंडोर स्मोकिंग पर पूरी तरह से रोक लगा दी थी. ये केवल ऑफिस तक सीमित नहीं था. कानून के दायरे में रेस्तरां और मनोरंजन स्थल भी आते थे. शुरूआत में कानून को लेकर आयरलैंड सरकार की आलोचना हुई, लेकिन इसके फायदे देखकर दुनियाभर के देशों ने इन नीतियों का अनुकरण किया है.

पुर्तगाल

पुर्तगाल का लक्ष्य 2040 तक ‘धूम्रपान-मुक्त पीढ़ी’ बनाना है. पिछले साल वहां की संसद में एक बिल पेश किया गया था जिसके कानून बनने के बाद स्कूलों, विश्वविद्यालयों, अस्पतालों या खेल स्थलों जैसे पब्लिक बिल्डिंग, रेस्तरां और बार के बाहर स्मोकिंग पर बैन लग जाएगा. कानून के तहत 2025 से, केवल लाइसेंस वाले हवाई अड्डे की दुकानों को सिगरेट और अन्य तंबाकू उत्पाद बेचने की अनुमति दी जाएगी. इससे होगा ये कि वेंडिंग मशीन, बार, रेस्तरां और पेट्रोल स्टेशनों को अब इन्हें बेचने की अनुमति नहीं होगी. 2030 के बाद रेस्तरां, बार और नाइट क्लबों में अलग से धूम्रपान करने की जगह भी गैर-कानूनी हो जाएगी.

कनाडा

कनाडा का लक्ष्य है कि 2035 तक देश में तंबाकू का इस्तेमाल 5% से कम हो जाए. इसे हासिल करने के लिए, कनाडाई सरकार अलग-अलग तरह की योजना पर विचार कर रही है. रिपोर्ट के मुताबिक, युवाओं को धूम्रपान से दूर रखने और छोड़ने के लिए प्रोत्साहित करने के लिए कनाडा पहला देश होगा जो हर एक सिगरेट पर चेतावनी छापना शुरू करेगा. अप्रैल 2025 तक सभी आकार की सिगरेटों पर ये चेतावनी लिखा होना अनिवार्य होगा. प्रशासन को उम्मीद है कि इस कदम से लोगों,विशेषकर युवाओं को धूम्रपान करने से रोकने में सफलता हासिल होगी.

ऑस्ट्रेलिया

ऑस्ट्रेलिया के स्कूलों, ऑफिस बिल्डिंग, शॉपिंग मॉल और हवाई अड्डों जैसे पब्लिक प्लेस में स्मोकिंग करना गैर कानूनी है. देश में धूम्रपान-मुक्त कानूनों के लिए राज्य और क्षेत्रीय सरकारें मुख्य रूप से जिम्मेदार हैं. ये अपने स्तर पर ऐसे कानून लाते हैं जो लोगों को सेकंड-हैंड धुएं से बचाते हैं और लोगों को धूम्रपान छोड़ने के लिए प्रोत्साहित करते हैं. ऑस्ट्रेलियाई सरकार तंबाकू उत्पादों को कम किफायती बनाने के लिए उन पर टैक्स लगाती है.

यूनाइटेड किंगडम

यूनाइटेड किंगडम में प्रधानमंत्री ऋषि सुनक एक नए कानून पेश करने पर विचार कर रहे हैं जो 1 जनवरी, 2009 के बाद पैदा हुए व्यक्तियों को इंग्लैंड में सिगरेट खरीदने से रोकेगा. इस तय तिथि के बाद पैदा हुए व्यक्तियों को सिगरेट या तंबाकू बेचना गैर-कानूनी होगा. सरकार का दावा है कि इससे साल 2040 तक युवाओं में धूम्रपान को लगभग पूरी तरह से समाप्त हो जाएगा.

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