झारखंड की राजधानी रांची में नौ महीने के एक बच्चे का अपहरण करने और उसे 58,500 रुपये में बेचने के आरोप में तीन महिलाओं समेत पांच लोगों को गिरफ्तार किया गया है. बच्चे का अपहरण 12 मई को रांची रेलवे स्टेशन पर हुआ था, जब एक महिला समेत तीन लोगों ने कथित तौर पर बच्चे को माता-पिता से चुरा लिया था.
पुलिस ने शनिवार को बताया आरोपियों ने बच्चे को 13 मई को ओडिशा के पुरी में बेच दिया गया था. रांची के एसएसपी चंदन कुमार सिन्हा ने बताया कि बच्चे का पुरी से रेस्क्यू किया गया और अपराध में शामिल पांच लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया है.
क्या है पूरा मामला?
रांची के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) चंदन कुमार सिन्हा ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि बच्चे को पुरी से बचाया गया और अपराध में शामिल पांच लोगों को गिरफ्तार किया गया। प्रदीप लोहरा अपनी पत्नी, बच्चे और एक दोस्त के साथ त्रिपुरा के अगरतला से लौटे थे, जहां वे मजदूर के रूप में काम करते थे। वे 11 मई की शाम 4.30 बजे रांची रेलवे स्टेशन पहुंचे.
बयान में कहा गया, चूंकि वे लातेहार जिले के घागर के निवासी हैं और गंतव्य तक पहुंचने के लिए कोई संचार नहीं मिला, इसलिए उन्होंने वहीं रुकने का फैसला किया। वे उस रात रेलवे स्टेशन पर सोए। अगले दिन, दो पुरुष और एक महिला आए और उनसे दोस्ती की। सही मौके पर तीनों ने छोटे लड़के का अपहरण कर लिया और भाग गए। इसमें कहा गया है कि इसके बाद उन्होंने बच्चे को ओडिशा के पुरी में एक महिला को बेच दिया। बच्चे के पिता द्वारा शिकायत दर्ज कराने के बाद रांची पुलिस ने एक विशेष टीम गठित की और मामले को सुलझाया।
त्रिपुरा में मजदूरी करते थे माता-पिता
न्यूज एजेंसी के मुताबिक, पुलिस ने बताया कि प्रदीप लोहरा अपनी पत्नी, बच्चे और एक दोस्त के साथ त्रिपुरा के अगरतला से लौट रहे थे, जहां वो एक मजदूर के रूप में काम करते थे. वो 11 मई की शाम करीब साढ़े चार बजे रांची रेलवे स्टेशन पहुंचे थे.
लातेहार के रहने वाले थे बच्चे के माता-पिता
पुलिस की ओर से जारी लबयान में कहा गया, “वे लातेहार जिले के घागर के रहने वाले हैं और वहां तक पहुंचने के लिए कोई वाहन नहीं मिला, इसलिए उन्होंने रांची स्टेशन पर ही रुकने का फैसला किया. वे उस रात रेलवे स्टेशन पर ही सोए.अगले दिन, दो पुरुष और एक महिला आए और उनसे दोस्ती की. उसके बाद सही समय देखकर बच्चे का अपहरण किया और भाग गए.”
ओडिशा के पुरी में बेच दिया था बच्चा
पुलिस के मुताबिक, बच्चे को चोरी कर इन लोगों ने ओडिशा के पुरी में एक महिला को बेच दिया था. जब बच्चे के पिता द्वारा शिकायत दर्ज कराई गई, उसके बाद रांची पुलिस ने एक एसआईटी का गठन किया और मामले को सुलझाते हुए तीन लोगों को गिरफ्तार कर लिया.