NEET पेपर लीक मामले में सीबीआई ने 13 लोगों के खिलाफ पहली चार्जशीट दाखिल की। सीबीआई ने नीट पेपर लीक मामले में नीतीश कुमार, अमित आनंद, जितेंद्र, राघवेंदु, आशुतोष कुमार, रोशन कुमार, मनीष प्रकाश, अवधेश कुमार, अखिलेश कुमार, अनुराग यादव समेत 13 आरोपियों के खिलाफ पहली चार्जशीट दाखिल की।
आरोपियों के रोल-
- सिकंदर यडवेंदु- मिडिल मेन
- अमित आनंद- सॉल्वर गैंग सदस्य
- नीतीश कुमार- सॉल्वर गैंग मेंबर
- अनुराग यादव- स्टूडेंट अरेस्ट
- आयुष राज- स्टूडेंट अरेस्ट
- अखिलेश- आयुष के पिता अरेस्ट
- मनीष प्रकाश का रोल- स्टूडेंट्स को सेफ हाउस लाने वाला
- आशुतोष- सेफ हाउस में अपने किराए के मकान में जगह देने वाला लर्न प्ले स्कूल
- रोशन- सिकंदर का ड्राइवर जो बच्चों को लाने और ले जाने में ट्रांसपोर्टेशन में मदद किया था।
इनके अलावा और भी कई आरोपियों को सीबीआई ने गिरफ्तार किया है, जिसमें हजारीबाग स्कूल का प्रिंसिपल अहसानुलहक, वाइस प्रिंसिपल दानिश, सॉल्वर गैंग में कई मेडिकल स्टूडेंट्स, पेपर चोरी करने वाला प्रकाश उर्फ आदित्य, राजू है। इन सभी के खिलाफ आने वाले दिनों में सीबीआई सप्लीमेंट्री चार्जशीट दाखिल करेगी।
कैसे हुई थी नीट पेपर लीक की प्लानिंग?
दानापुर के जूनियर इंजीनियर सिकंदर यडवेन्दु की मुलाकात नीतीश कुमार और अमित आनंद नाम के दो सॉल्वर गैंग के मेंबर्स से होती है, जहां पर नीतीश कुमार और अमित आनंद सिकंदर के पास अपना एक पर्सनल काम लेकर जाते हैं। बातचीत में नीतीश कुमार और अमित आनंद सिकंदर को बताते हैं कि किसी भी एग्जाम का पेपर लीक करा सकते हैं और इनकी सेटिंग है। सिकंदर ने अपने भतीजे के लिए नीतीश और अमित से नीट एग्जाम की सेटिंग की बात कही।
नीतीश और अमित आनंद ने NEET एग्जाम का पेपर लीक कराने के लिए सिकंदर यडवेन्दु को 32 लाख का रेट बताया। सिकंदर ने बताया इसके पास 4 बच्चे हैं जिनके लिए सेटिंग करानी है और ये सामने वाली पार्टी से 40 लाख की मांग करेगा। सिकंदर यडवेंदु का पहला कैंडिडेट इसका भतीजा अनुराग यादव जिसको नीट परीक्षा के बाद पुलिस ने अरेस्ट किया है। दूसरा कैंडिडेट आयुष राज और इसके पिता अखिलेश को पुलिस ने गिरफ्तार किया है और ये सिकंदर का दोस्त है।
मामले में सुप्रीम कोर्ट ने सुनाया फैसला
नीट-यूजी पेपर लीक मामले में जमकर राजनीति भी हुई। विपक्ष ने सरकार को घेरते हुए शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान से इस्तीफे की मांग की। विपक्ष ने आरोप लगाया कि मोदी सरकार ने पूरी शिक्षा प्रणाली को माफिया और भ्रष्ट को सौंप दिया है। नीट यूजी 2024 की परीक्षा दोबारा कराए जाने की मांग की गई थी। मामले में सुप्रीम कोर्ट ने सुनवाई करते हुए अपने फैसले में कहा कि दोबारा नीट-यूजी परीक्षा नहीं होगी।