बिहार के मुजफ्फरपुर जिले में नाबालिग दलित लड़की से रेप और हत्या के मामले में केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान ने राज्य के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को पत्र लिखा है। केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान ने बिहार के सीएम नीतीश कुमार को पत्र लिखकर मुजफ्फरपुर दलित लड़की के साथ सामूहिक बलात्कार और हत्या मामले में सख्त कार्रवाई की मांग की है। पत्र में कहा गया है, “इस जघन्य अपराध में शामिल सभी बलात्कारियों को तुरंत गिरफ्तार किया जाना चाहिए और उन्हें कड़ी से कड़ी सजा दी जानी चाहिए। पीएमसीएच अस्पताल प्रशासन, डॉक्टरों और कर्मचारियों की भूमिका की उच्चस्तरीय न्यायिक जांच होनी चाहिए। जानबूझ कर इलाज में देरी करने और अमानवीयता दिखाने वाले कर्मियों के खिलाफ आपराधिक मामला दर्ज किया जाना चाहिए और उन्हें तत्काल सेवा से निलंबित किया जाना चाहिए तथा विभागीय कार्रवाई सुनिश्चित की जानी चाहिए।”
बता दें कि इस मामले में पीएमसीएच पटना के प्रभारी उपाधीक्षक को हटा दिया गया है। इसके अलावा मुजफ्फरपुर के SKMCH अस्पताल की अधीक्षक को सस्पेंड किया गया है। बिहार के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने कहा कि 15 दिन में सजा दिलाएंगे। दरअसल, रेप पीड़िता 10 वर्षीय बच्ची को मुजफ्फरपुर स्थित SKMCH में पहले भर्ती करवाया गया था। डॉक्टरों ने प्राथमिक इलाज कर उसे पटना रेफर कर दिया था। बच्ची करीब पांच दिनों तक SKMCH में भर्ती रही थी। मुजफ्फरपुर में बच्ची रिकवर हो रही थी, लेकिन डॉक्टर के रेफर करने के बाद घरवाले उसे पटना लेकर गए। PMCH पहुंचे तो वहां के मैनेजर ने उनसे पैसे मांगे। 4-5 घंटे इंतजार कराया गया, क्योंकि वहां बेड नहीं मिल रहा था। बता दें कि नाबालिग रेप पीड़िता की रविवार को मौत हो गई।
क्या है पूरा मामला?
पूरा मामला मुजफ्फरपुर के कुढ़नी थाना क्षेत्र के एक गांव का है। 26 मई को मछली बेचने वाला एक 27 वर्षीय युवक 10 वर्षीय बच्ची को बहला-फुसला कर खेत में ले गया। उसने वहां उसके साथ रेप किया, फिर धारदार हथियार से उसकी गर्दन और छाती पर हमला किया। बच्ची को नग्न अवस्था मे ईंट भट्टे में फेंककर आरोपी फरार हो गया। बच्ची महादलित परिवार से आती है। बच्ची के देर शाम तक घर नहीं पहुंचने पर परिजनों ने खोजबीन की तो बच्ची खून से लहुलूहान हालत में मिली तो उसे अस्पताल ले गए।