Meerut:आगामी लोकसभा चुनाव में मिशन 400 पार के लक्ष्य को पाने के लिए बीजेपी हर मुमकिन कोशिश कर रही है. चुनाव प्रचार की कमान खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने हाथ में ली है. दक्षिण में मतदाताओं को साधने के साथ ही पीएम उत्तर प्रदेश पर फोकस कर रहे हैं.
यही वजह है क पीएम मोदी ने प्रदेश में चुन चुन कर उम्मीदवार उतारे हैं. इसी के तहत पीएम मोदी रविवार से उत्तर प्रदेश में में अपने चुनाव प्रचार का आगाज करने जा रहे हैं.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रविवार को मेरठ में एक रैली करने जा रहे हैं. मेरठ से बीजेपी ने अभिनेता से नेता बने टीवी सीरियल रामायण के राम यानी अरुण गोविल को उम्मीदवार बनाया है. प्रधानमंत्री मोदी मेरठ में एक विशाल जनसभा को संबोधित करेंगे और जनता से बीजेपी उम्मीदवार अरुण गोविल के पक्ष में मतदान करने की अपील करेंगे. इसके साथ ही पीएम के निशाने पर विपक्षी दल होंगे.
पीएम मोदी ने किया ट्वीट
पीएम मोदी ने रैली को लेकर अपने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट भी शेयर किया है. जिसमें उन्होंने लिखा है कि बीते 10 सालों में उनकी सरकार ने अपने कामकाज से देशभर के मेरे परिवारजनों की आकांक्षाओं को नई उड़ान दी है. इसे और गति प्रदान करने के लिए देशवासियों ने लोकसभा चुनाव में एक बार फिर से भाजपा-एनडीए के साथ जाने का मन बना लिया है. उत्तर प्रदेश के मेरठ में आज दोपहर बाद करीब 3.30 बजे जनता-जनार्दन से आशीर्वाद प्राप्त करने का सौभाग्य मिलेगा.
रैली में शामिल होंगे सहयोगी दल
प्रधानमंत्री नरेंद् मोदी की इस रैली में राज्य के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ ही बीजेपी के सभी सहयोगी दलों के अध्यक्ष भी शामिल होंगे. जिनमें आरएलडी अध्यक्ष जयंत चौधरी, अपना दल-एस अध्यक्ष अनुप्रिया पटेल और ओम प्रकाश राजभर, संजय निषाद भी शामिल है. मंच पर सभी लोग एकजुटता का संदेश देकर बीजेपी उम्मीदवार को जिताने की अपील करेंगे.
वहीं पीएम मोदी की रैली को देखते हुए सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं. पिछले तीन दिनों से एसपीजी जनसभा स्थल पर डेरा डाले हुए हैं. किसी को भी सभा स्थल के आस पास आने जाने की इजाजत नहीं है. बताया जा रहा है किजनसभा स्थल से 8 किलोमीटर रेडियस में नो फ्लाइंग जोन घोषित किया है. स्टेज के चारों तरफ पांच लेयर सिक्योरिटी लगाई गई है.
यूपी की 80 सीटों पर बीजेपी का फोकस
केंद्र की सत्ता को हासिल करने में उत्तर प्रदेश एक अहम भूमिका निभाता है. यही वजह है कि बीजेपी उत्तर प्रदेश पर काफी फोकस कर रही है. तीसरी बार सत्ता पर काबिज होने के लिए बीजेपी हर दांव आजमा रही है. 2014 और 2019 के लोकसभा चुनाव में एनडीए ने उत्तर प्रदेश में शानदार प्रदर्शन किया था. ऐसे में एक बार फिर से पार्टी वही करिश्मा दोहराने की जुगत में हैं.
इसी साल जनवरी में अयोध्या में बने राम मंदिर से लेकर कई बड़े मुद्दे हैं जिनको लेकर बीजेपी एक बार फिर से सत्ता हासिल करना चाहती है. वहीं इंडिया गठबंधन बीजेपी के विजय रथ को रोकने की कोशिश कर रहा है. इसके साथ ही सूबे में मायावती अकेले दम पर चुनाव लड़ रही है. ऐसे में देखना होगा कि क्या बीजेपी राज्य में 2019 जैसा जलवा बरकरार रख पाती है.