राजेंद्र नगर में हुई दुर्भाग्यपूर्ण घटना के मद्देनजर दिल्ली नगर निगम की मेयर डॉ. शैली ओबेरॉय ने अफसरों के साथ आपात बैठक की. इस दौरान उन्होंने एमसीडी के अधिकारियों को अवैध रूप से चल रहे सभी कोचिंग सेंटरों के खिलाफ सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए. इस आपात बैठक में एमसीडी आयुक्त, पीडब्ल्यूडी के वरिष्ठ अधिकारी और दिल्ली जल बोर्ड के वरिष्ठ अधिकारियों ने भाग लिया. उन्होंने बताया कि इस घटना के मद्देनजर एक जूनियर इंजीनियर को टर्मिनेट किया गया है, जबकि एक सहायक इंजीनियर को सस्पेंड कर दिया गया है.
बैठक के अंत में मेयर डा. शैली ओबेरॉय ने निर्देश देते हुए कहा कि ऐसे सभी कोचिंग सेंटर जो एमसीडी के नियम कानून व निर्माण उपनियम का उल्लंघन कर रहे हो, उन सभी कोचिंग सेंटर पर सख्त कार्रवाई की जाए. डॉ. शैली ओबेरॉय ने कहा कि किसी भी कोचिंग सेंटर की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी. किसी भी नियमों का उल्लंघन करने वाले किसी भी कोचिंग सेंटर को बकशा न जाए.
कोचिंग सेंटर एमसीडी के नियम कानून का कर रहे हैं उल्लंघन
उन्होंने कहा कि इस दुखद घटना को देखते हुए उन्होंने एमसीडी को एक पत्र लिखा था, जिसमें दिल्ली में अवैध रूप से चल रहे कई कोचिंग सेंटरों या जो भी कोचिंग सेंटर एमसीडी के नियम कानून का उल्लंघन कर रहे हैं, उन पर एक्शन लेने का आग्रह किया था.
कोचिंग सेंटरों के खिलाफ चलाया जा रहा है सीलिंग अभियान
इस गंभीर घटना के लिए जीतने भी जिम्मेदार अधिकारी हैं, उन पर भी कार्रवाई करने के निर्देश पहले ही दिए जा चुके हैं. एमसीडी द्वारा राजेंद्र नगर में अवैध रूप से चल रहे कोचिंग सेंटरों के खिलाफ सीलिंग अभियान चलाया जा रहा है. सोमवार को भी राजेंद्र नगर में सीलिंग की गई है. एमसीडी ने यहां पर अवैध रूप से चल रहे 5 कोचिंग सेंटर को सील किया है.
मेयर डॉ. शैली ओबेरॉय ने सूचित किया कि राजेंद्र नगर में अतिक्रमण के खिलाफ भी अभियान चलाया गया. आज मुखर्जी नगर इलाके में भी अवैध कोचिंग सेंटरों के खिलाफ सीलिंग अभियान चलाया गया. साथ ही शनिवार को हुई दुखद घटना के लिए जूनियर इंजीनियर को टर्मिनेट किया गया है और सहायक इंजीनियर को सस्पेन्ड कर दिया गया है.